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छत्तीसगढ़ : बलौदाबाजार में डीएम-एसपी ऑफिस में आगजनी, मुख्यमंत्री ने दिए गिरफ्तारी के आदेश
सतनामी समाज के प्रदर्शन के दौरान बवाल, कई वाहन फूंके, पुलिसकर्मी-मजिस्ट्रेट घायल
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में सोमवार को सतनामी समुदाय के प्रदर्शन के दौरान भारी बवाल हो गया। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की। इसके बाद भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव और गाड़ियों में तोड़फोड़ के बीच उपद्रवी लोगों ने कलेक्ट्रेट में आगजनी की। इससे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जलकर खाक हो गए।
इसके बाद प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई। इसमें पुलिसकर्मियों सहित दर्जनों लोग भी घायल हुए हैं। आगजनी और तोड़फोड़ के चलते पूरे शहर में धारा 144 लागू कर दिया गया है। बवाल के दौरान करीब 7-8 हजार प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए। जिन्होंने 30 से ज्यादा चारपहिया वाहनों और 100 मोटरसाइकिलों को आग लगा दिया। वहीं कलेक्टर और एसपी दफ्तर में भी आग से लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
घटना के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी के आदेश जारी कर दिए हैं। साथ ही इस संबंध में रिपोर्ट मांगी गई है। वहीं दिल्ली गए डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा सूचना मिलने के बाद रायपुर पहुंच रहे हैं। मौके पर आईजी और कमिश्नर को भेजकर रिपोर्ट तलब की गई है। इससे पहले सीएम ने इस मामले में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और मुख्य सचिव व डीजीपी को तलब किया।
इस वजह से हिंसक हुआ माहौल –
दरअसल, सतनामी समुदाय धार्मिक चिन्ह को क्षतिग्रस्त करने के नाराज था, जिसके खिलाफ सोमवार को कलेक्टर कार्यालय में प्रदर्शन करने पहुंचे था। लेकिन पहले शांति से हो रहा प्रदर्शन अचानक से हिंसक होने लगा। इसकी सबसे बड़ी वजह भीड़ का बढ़ना बताया जा रहा है। अचानक से 7 से 8 हजार लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई, जिसे कंट्रोल करना आसान नहीं रहा और प्रदर्शनकारियों ने आगजनी और पथराव शुरू कर दिया। बताया जा रहा है कि, प्रदर्शनकारियों में 70 प्रतिशत के आसपास युवा थे, जो तेजी से पूरे कलेक्टर परिसर में तोड़फोड़ कर रहे थे। इस मामले में पुलिस की लापरवाही भी कही जा रही है। क्योंकि पुलिस यह अंदाजा लगाने में फेल रही कि प्रदर्शन इतना बड़ा हो जाएगा। एहतियात के लिए शहर में पुलिस बल तैनात किया गया है।