चन्दौली
चैती छठ महापर्व पर व्रतियों ने दिया अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य

चंदौली। तीन दिवसीय सूर्य उपासना का महापर्व चैती छठ के दूसरे दिन गुरुवार को श्रद्धालु भक्तिभाव से सराबोर नजर आए। व्रती महिलाओं ने नगर स्थित मां काली पोखरा और साहू जी के पोखरे पर पहुंचकर सायंकाल अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया और सुख-समृद्धि की कामना की। इस दौरान छठ घाटों पर छठी मैया के गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।
बताते चलें कि सूर्य उपासना का यह महापर्व वर्ष में दो बार मनाया जाता है। डाला छठ और चैती छठ दोनों पर्व माताएं अपने पुत्र की दीर्घायु एवं परिवार की खुशहाली के लिए कठोर व्रत रखकर मनाती हैं। इस पर्व के अंतर्गत विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित किया जाता है।
गुरुवार की शाम छठ व्रती महिलाएं अपने परिजनों के साथ छठी मैया के गीत गाते हुए मुख्यालय स्थित मां काली पोखरा और साहू जी पोखरा पहुंचीं। उन्होंने घंटों जल में खड़े होकर भगवान सूर्य की आराधना की और लोक कल्याण की कामना की। घाटों पर छठी मैया के गीतों की गूंज से भक्तिमय माहौल बना रहा। व्रती महिलाओं ने भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के बाद विभिन्न प्रकार के प्रसाद का भोग लगाकर सुख-समृद्धि की प्रार्थना की।
हालांकि जनपद चंदौली में चैती छठ का पर्व कम लोग ही मनाते हैं, लेकिन इस वर्ष भक्तों का उत्साह देखने लायक था। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने छठ घाटों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी।
छठ महापर्व का समापन शुक्रवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ होगा। इसके बाद व्रती पारण कर व्रत का समापन करेंगी।