गोरखपुर
गोरखपुर से लखनऊ-जमशेदपुर तक फैला ठगी का कारोबार, निवेशकों के करोड़ों की कमाई पर हाथ साफ
गोरखपुर के गुलरिहा इलाके में एक फर्जी ट्रेडिंग कंपनी के माध्यम से निवेशकों से लगभग ₹6 करोड़ की धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है। आरोपियों ने ऊंचे मुनाफे का लालच देकर सैकड़ों निवेशकों की मेहनत की कमाई हड़प ली है।
यह धोखाधड़ी का कारोबार झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले से लेकर गोरखपुर और लखनऊ तक फैला हुआ था। झारखंड के रहने वाले शशि शेखर ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें कहा गया है कि उन्हें सोना और शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर ₹6 करोड़ की बड़ी ठगी का शिकार बनाया गया है। यह धोखाधड़ी गोरखपुर के गुलरिहा इलाके में सक्रिय ठगों द्वारा की गई, जिन्होंने ट्रेडिंग कंपनी के नाम पर लोगों के पैसे हड़पे।
गोरखपुर के करीमनगर चौराहा निवासी विश्वजीत श्रीवास्तव इस फर्जी ट्रेडिंग कंपनी का मुख्य संचालक था। उसके साथ सोनू गुप्ता, हरिकेश, सोनी सहगल और विनोद कुमार इस पूरे नेटवर्क को चला रहे थे। आरोपियों ने शुरुआत में निवेशकों का भरोसा जीतने के लिए कुछ महीनों तक निवेश पर नियमित रूप से मुनाफा दिया। जैसे ही निवेशकों के करोड़ों रुपये जमा हो गए, आरोपियों ने गोरखपुर की ज्वेलरी शॉप समेत लखनऊ और जमशेदपुर के सभी कार्यालयों पर ताला लगा दिया और भूमिगत हो गए।
पीड़ित शशि शेखर ने बताया कि उन्हें नवंबर 2024 तक ऑनलाइन और नकद, दोनों माध्यमों से निवेश पर नियमित मुनाफा मिल रहा था। लेकिन अचानक भुगतान रोक दिया गया। जब वह फरवरी 2025 में लखनऊ स्थित कंपनी के दफ्तर पहुंचे, तो उन्हें जल्द रकम लौटाने का आश्वासन दिया गया। इसी बीच, आरोपी सभी दफ्तर बंद करके फरार हो गए।
शशि शेखर की शिकायत पर गुलरिहा पुलिस ने विश्वजीत श्रीवास्तव समेत पांचों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इस गिरोह ने केवल शशि शेखर ही नहीं, बल्कि जमशेदपुर के सैकड़ों निवेशकों से भी करोड़ों रुपये की ठगी की है।
पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुट गई है और इस मामले की जांच में आर्थिक अपराध शाखा की भी मदद ली जा सकती है। पीड़ितों की संख्या बढ़ने की पूरी संभावना है और यह मामला एक बड़े वित्तीय घोटाले का संकेत दे रहा है।
