गाजीपुर
गोदिया एक्सप्रेस के गोद में समाने से बाल-बाल बचा विक्षिप्त अधेड़

गाजीपुर । नंदगंज रेलवे स्टेशन पर बीती शाम प्लेटफार्म एक पर टहल रहे लोगों की सक्रियता से एक विक्षिप्त अधेड़ व्यक्ति गोदिया एक्सप्रेस के गोदी में समाने से बाल-बाल बच गया। क्योंकि छोटू नामक रेलकर्मी ने तत्परता दिखाते हुए अंतिम क्षणों में उसे रेल पटरी से हटा लिया।
यह घटना एक फिल्मी ड्रामा की तरह घटित हुई। हुआ कुछ यूं कि नंदगंज रेलवे स्टेशन पर बीती शाम करीब सात बजे तीन शिक्षक गौरव, विवेक तथा वीर प्रताप प्लेटफार्म एक पर टहल रहे थे। बिजली न होने से प्लेटफार्म पर कूप-अंधेरा फैला था। इसलिये शिक्षक गौरव सिंह अपने मोबाइल की लाइट जलाकर सभी के साथ टहल रहे थे। अचानक मोबाइल की लाइट में देखा कि अप मेनलाइन पर एक व्यक्ति विक्षिप्त अवस्था में रेलवे ट्रैक पर बैठा है और गाजीपुर की तरफ से गोदिया एक्सप्रेस के आने का सिग्नल ग्रीन था। उन लोगों ने उसको लाइन पर नंग-धड़ंग देखकर उसे भगाने का प्रयास किया। लेकिन जब वह नंग-धड़ंग अधेड़ व्यक्ति भागने की जगह लाइन पर ही लेट गया। तब इन लोगों ने दौड़कर स्टेशन मास्टर को सूचित किया।
स्टेशन मास्टर ने सक्रियता दिखाते हुए गोदिया एक्सप्रेस ट्रेन के ड्राइवर को सूचित करने के साथ ही लाइन क्लियर की ग्रीन बत्ती दिखा रहे छोटू नामक कर्मी को विक्षिप्त को लाइन पर से हटाने के लिये कहा। उधर धड़धड़ाते हुए आ रही गोदिया एक्सप्रेस के चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बावजूद ट्रेन विक्षिप्त व्यक्ति के पास आती जा रही थी। तभी छोटू नामक रेलकर्मी ने जान जोखिम में डाल कर उस विक्षिप्त व्यक्ति की टांग पकड़ कर रेल पटरी से खींच लिया। तभी ट्रेन भी उससे एक फीट दूरी पर रुक गयी। सभी के प्रयास से विक्षिप्त की जान बच गई।
स्टेशन मास्टर ने तीनों शिक्षकों को तत्परता दिखाते हुए सूचना देने पर आभार प्रकट किया। ट्रेन जाने के बाद रेलकर्मी ने उस नंग-धड़ंग विक्षिप्त व्यक्ति को प्लेटफार्म दो से डांटकर स्टेशन से बाहर भगा दिया। लोगों ने बिजली नहीं होने पर प्लेटफार्म पर फैले अंधेरे को दूर करने की विभाग के अधिकारियों से मांग की है।