गाजीपुर
गुरु पूर्णिमा पर चकेरी धाम में धूमधाम से हुआ महोत्सव, भंडारे में उमड़े श्रद्धालु

देवकली (गाजीपुर)। गंगा के तटवर्ती क्षेत्र चकेरी धाम पर गुरू पूर्णिमा महोत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया गया। महामंडलेश्वर संत त्रिवेणी दास जी महाराज के तत्वावधान में आयोजित इस महोत्सव में हवन, पूजन, गुरु पूजा और ध्वजारोहण की परंपराओं का पालन किया गया। इसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद ग्रहण कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस अवसर पर संत त्रिवेणी दास जी महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति में सद्गुरु का महत्व सर्वोपरि है। गुरु की महिमा अनंत होती है। गुरु के मार्गदर्शन से जीवन आलोकित होता है और जीव भवबंधन से मुक्त होता है। उन्होंने कहा कि सद्गुरु परमात्मा का भेजा हुआ दूत होता है, जो किसी न किसी रूप में इस धराधाम पर विद्यमान रहकर हमें परमात्मा से मिलाने का कार्य करता है। गुरु का स्थान ईश्वर से भी ऊंचा माना गया है और उनके बिना आत्मज्ञान की प्राप्ति संभव नहीं है।
हनुमान मंदिर देवचंदपुर के संत जयप्रकाश दास फलहारी ने कहा कि गुरु पूर्णिमा का पर्व प्रतिवर्ष आषाढ़ मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन गुरु पूजन का विशेष महत्व होता है। गुरु को ब्रह्मा, विष्णु और महेश के तुल्य माना गया है। इस अवसर पर राधेश्याम दास त्यागी जी महाराज सहित अनेक भक्तों ने गुरु पूजा कर उनका आशीर्वाद लिया।