वाराणसी
गट डाइट वर्कशॉप में आंतों की सेहत पर खुला ज्ञान का खज़ाना

वाराणसी। चैतन्य योग सेवा संस्था के तत्वावधान में “गट डाइट” विषयक जागरूकता वर्कशॉप का आयोजन चैतन्य योग केंद्र की सिगरा शाखा में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को आंतों के स्वास्थ्य, गट हेल्थ के महत्व और संतुलित आहार के वैज्ञानिक पहलुओं से अवगत कराना था। कार्यशाला का शुभारंभ डॉ. सौम्या मिश्रा ने दीप प्रज्वलन और मंत्रोच्चारण के साथ किया।
संस्था के महासचिव योगाचार्य आशीष टण्डन ने स्वागत भाषण में कहा कि स्वस्थ आंत ही स्वस्थ जीवन की नींव है और गट डाइट इस दिशा में एक प्रभावी उपाय है। अंतरराष्ट्रीय आहार विशेषज्ञ डॉ. सौम्या मिश्रा ने गट माइक्रोबायोम, प्री-बायोटिक्स और प्रो-बायोटिक्स के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि शरीर में अधिकांश रोग असंतुलित आहार और पेट की सफाई न होने के कारण होते हैं। उन्होंने मौसमी ताजे फल-सब्जियों, फाइबर युक्त भोजन और प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाने की सलाह दी।
पंचकर्म विशेषज्ञ सुबोध यादव ने कहा कि पंचकर्म के माध्यम से समय-समय पर गट की सफाई कर पेट संबंधी कई बीमारियों से बचा जा सकता है। वर्कशॉप में प्रतिभागियों को प्रायोगिक सत्र के माध्यम से गट-फ्रेंडली रेसिपी और योगाभ्यास भी सिखाए गए।
पूर्व उद्यान प्राध्यापक डॉ. नवनीत कुमार मिश्रा ने संतुलित भोजन के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि हर व्यक्ति को हरी सब्जियां, फल, ज्वार, बाजरा, जौ और रागी का सेवन करना चाहिए तथा गेहूं का उपयोग सीमित रखना चाहिए। उन्होंने कम तेल-घी के साथ सब्जी बनाने और अधिक से अधिक हरी सब्जियों के सेवन की सलाह दी ताकि पाचन तंत्र मजबूत रहे।
अंत में प्रश्नोत्तर सत्र हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने सवाल पूछे और विशेषज्ञों ने समाधान दिए। इस दौरान डॉ. सुनीता शर्मा, राघव मणि मिश्रा, मनजीत कौर, कविता मित्तल, पुष्कर दीक्षित, गीता मेहरा, अखिलेश, दीपक, सूर्या, पूजा जालान, दीपिका, अपर्णा, ऋषभ, शोभित, जूही राय, वैभवी, रत्नेश, देव, सृष्टि, गरिमा, अनुपम, नेहा और कविता समेत कई लोग मौजूद रहे।
संस्था के अध्यक्ष कमलेश पटेल ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भविष्य में भी इस तरह के स्वास्थ्यवर्धक और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहेंगे।