वाराणसी
गंगा में नौका संचालन पर रोक, मांझी समुदाय करेगा विरोध

वाराणसी। गंगा में नौका विहार के लिए अभी और इंतजार करना होगा। प्रशासन ने नौका संचालन की दी गई अनुमति वापस ले ली है। 11 जुलाई से गंगा में बंद नौका संचालन को मंगलवार से शुरू करने का फैसला लिया गया था, लेकिन सोमवार रात पुलिस प्रशासन ने इसे वापस ले लिया। इसकी सूचना जल पुलिस ने सभी नाविकों को दे दी है। सोमवार की शाम एडीसीपी काशी जोन व जल पुलिस के नोडल अधिकारी सरवणन टी ने अस्सी से नमो घाट तक गंगा की बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद नौका संचालन की अनुमति को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया। अब 25 सितंबर को पुनः निरीक्षण के बाद निर्णय लिया जाएगा।
एडीसीपी काशी जोन सरवणन टी ने निरीक्षण के दौरान घाटों पर नावों के उतारने और चढ़ाने की जगह देखी। उन्होंने बताया कि घाटों पर अभी पानी भरा है और जगह-जगह सिल्ट जमी हुई है, जिससे नावों का घाटों तक पहुंचना कठिन है। पर्यटकों को उतारने और चढ़ाने में दिक्कतें आ सकती हैं। इसके अलावा किसी भी घाट पर प्रकाश व्यवस्था चालू नहीं है। समुचित प्रकाश व्यवस्था न होने से अव्यवस्था की आशंका बनी हुई है।
एडीसीपी ने स्पष्ट किया कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते, तब तक नौका संचालन नहीं होगा। 25 सितंबर को एक बार फिर अस्सी घाट से नमो घाट तक निरीक्षण किया जाएगा। यदि तब तक व्यवस्था ठीक पाई गई तो नौका संचालन शुरू किया जाएगा। इस दौरान अगर कोई नाव गंगा में उतरी तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
पिछले 72 दिनों से अपनी जमा पूंजी पर आश्रित मांझी समुदाय नौका संचालन शुरू होने की उम्मीद से खुश था, लेकिन अचानक से अनुमति वापस लिए जाने से उनमें रोष व्याप्त है। मांझी समुदाय ने मंगलवार सुबह 11 बजे दशाश्वमेध घाट पर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। गौरतलब है कि एक महीने पहले भी मांझी समुदाय ने इसी मुद्दे पर महापंचायत बुलाई थी।
एडीसीपी ने बताया कि सभी नाविकों को यात्रियों के उतरने और बैठने की समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। अनुमति मिलने पर सबसे पहले बड़ी नावों को आधी क्षमता के साथ संचालन की इजाजत दी जाएगी। साथ ही सभी यात्रियों को लाइफ जैकेट पहनाना अनिवार्य होगा।