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चन्दौली

खाद्य प्रसंस्करण उद्योग पर उद्यमियों को दी गई विस्तृत जानकारी

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सीखने की कोई आयु नहीं होती: डॉ. शैलेंद्र देव दुबे

चंदौली। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्योग उन्नयन योजना के अंतर्गत तीन दिनों से उद्यमियों का प्रशिक्षण कविके सभागार में विगत 6 नवंबर से शुरू किया गया था। उद्घाटन प्रधानाचार्य, राजकीय खाद्य विज्ञान प्रशिक्षण केंद्र, वाराणसी द्वारा किया गया था। प्रभारी कनक लता द्वारा उद्यमियों को योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। प्रधानाचार्य पवन कुमार द्वारा किसानों और उद्यमियों को उद्यम लगाने के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।

जिला उद्यान अधिकारी डॉ. शैलेंद्र देव दुबे ने बताया कि सीखने की कोई आयु निर्धारित नहीं है। मनुष्य जब जन्म लेता है, उससे पूर्व ही मां के गर्भ में वह सीखना शुरू कर देता है। उन्होंने कई उदाहरणों द्वारा उद्यमियों को समझाया। कहा कि जीवन में हर व्यक्ति को सुनने की आदत डालनी चाहिए। सुनने से आपके ज्ञान में वृद्धि होती है। उन्होंने विस्तारपूर्वक उद्यम लगाने के बारे में जानकारी दी।

शनिवार को तीन दिवसीय प्रशिक्षण का भव्य समापन किया गया। इस अवसर पर डीआरपी धर्मेंद्र कुमार मिश्रा ने उद्योग स्थापित करने में आने वाली समस्याओं एवं उनके समाधान के बारे में अवगत कराया। अग्रणी जिला प्रबंधक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, सुनील कुमार भगत ने उद्यमियों को ऋण से संबंधित जानकारी दी। बताया कि प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत उद्यम लगाने के लिए बैंक द्वारा ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। इसका लाभ उठाएं।

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इस अवसर पर वरिष्ठ वैज्ञानिक अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र रघुवंशी, डॉ. मनीष कुमार सिंह, डॉ. अभय दीप गौतम, डॉ. चंदन सिंह, डॉ. अमित कुमार सिंह आदि ने खेती, बागवानी तथा खाद्य प्रसंस्करण के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस मौके पर राजधारी प्रसाद गौतम, गिरिजा प्रसाद यादव, जिला खादी ग्राम उद्योग अधिकारी, कमल निवास त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।

तत्पश्चात समापन सत्र में प्रशिक्षार्थियों को जिला उद्यान अधिकारी व डीआरपी धर्मेंद्र कुमार मिश्रा, सुरेंद्र प्रताप सिंह आदि ने प्रमाणपत्र वितरित कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

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