हेल्थ
के.जी. नंदा हॉस्पिटल का एक ही उद्देश्य गरीबों और जरूरतमंदों की सहायता : डॉ. आनंद प्रकाश तिवारी
के.जी. नंदा हॉस्पिटल, चंदौली के डॉक्टर आनंद प्रकाश तिवारी ने जयदेश न्यूज से खास बातचीत करते हुए कहा कि, उनके माता-पिता का बचपन का सपना था कि वह बड़े होकर डॉक्टर बने। डॉक्टर का एक ही उद्देश्य होता है कि गरीबों की और जरूरतमंदों की सहायता की जाए।चंदौली जिले में अस्पताल खोलने को लेकर स्त्री विशेषज्ञ डॉक्टर आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि, एक अस्पताल में जितनी सुविधाएं होनी चाहिए वह सारी सुविधाएं हमारे हॉस्पिटल में मौजूद हैं। यहां गाइनो से लेकर न्यूरोलॉजी तक का इलाज होता है। आपातकालीन सेवा भी उपलब्ध रहती है। यहां पर कई सारे सर्जन मौजूद हैं। बहुत जल्द हमारे हॉस्पिटल में सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं की सुविधाओं का भी लाभ मिलेगा।
पेशेंट के बारे में सवाल पूछने पर डॉक्टर ने कहा कि चंदौली जिले के आसपास क्षेत्रों के लोग तथा बिहार के लोग उनके अस्पताल में चेकअप के लिए आते हैं। महिला स्वास्थ्य के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि,कोई भी एक्सरसाइज खाली पेट करना चाहिए। लेकिन घर – गांव की महिलाएं ज्यादातर घर के कामों में व्यस्त होने के कारण स्वास्थ्य गतिविधि को समय नहीं दे पाती। अगर उनके आहार विहार अच्छा हो तो स्वास्थ्य संबंधी कोई भी परेशानी नहीं होगी।
राजनीति से जुड़े सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि,जहां पक्ष है वहां विपक्ष है। मैं किसी संत महात्मा की बुराई नहीं कर रहा हूं। हम राजनैतिक व्यक्ति नहीं है कि हमें इलेक्शन लड़ना है। हमारे लिए सब कुछ एक बराबर है लेकिन रही बात यदि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नहीं होते तो यह सपना बिल्कुल भी साकार नहीं होता। रही बात विपक्ष की तो यहां पर आप कोई भी काम करेंगे तो उसमें आपको प्लस और नेगेटिव स्थिति से गुजरना पड़ेगा। शंकराचार्य तथा पीएम मोदी के बीच उत्पन्न हुए मतभेद के बारे में उन्होंने कहा कि जब मां सीता के चरित्र पर दाग लग गया था तो मोदी जी के चरित्र पर दाग लगना लाजमी है। अगर मोदी जी नहीं होते तो हमारा भारत विश्व गुरु नहीं बन पाता। नकारात्मक टिप्पणी करने वालों को जो बोलना है बोलने दीजिए क्योंकि गाड़ी जब तेज चलती है तो उससे धुआं निकलता है।