मऊ
कुष्ठ रोग पूर्वजन्म का पाप नहीं – डॉ. कृष्ण यादव
मऊ। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (NDD) के अवसर पर स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान के तहत घोसी, मऊ में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें कुष्ठ रोगियों के प्रति भेदभाव खत्म करने और उन्हें समाज की मुख्य धारा में शामिल करने का संदेश दिया गया।
इस कार्यक्रम में जिला कुष्ठ परामर्शदाता डॉ. कृष्ण यादव, जिला कुष्ठ नाभिक मऊ, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र घोसी के एन.एम.एस. शिवकुमार सिंह, सुरजन प्रसाद, उमाकांत यादव, राम प्रसाद, विनोद सिंह, संदीप कुमार पाण्डेय और प्रधानाध्यापक डॉ. रामविलास भारती सहित कई लोग शामिल हुए।
पूर्व माध्यमिक विद्यालय धरौली में आयोजित क्विज प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों को कुष्ठ रोग के बारे में जागरूक किया गया। बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों और छात्रों को यह संदेश दिया गया कि कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों के साथ सामान्य रूप से व्यवहार करें, उनके साथ बैठें, खाएं-पीएं और समाज में उनके प्रति सकारात्मक सोच विकसित करें। साथ ही, सभी छात्रों को एल्बेंडाजोल की खुराक दी गई।
डॉ. कृष्ण यादव ने छात्रों को स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी और कृमि से होने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि कुष्ठ रोग पूर्वजन्म के पाप या किसी के व्यवहार का परिणाम नहीं है, बल्कि एक साध्य बीमारी है जिसका सही समय पर इलाज संभव है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्ति समय पर स्वास्थ्य जांच कराएं और उचित उपचार लें।
प्रधानाध्यापक डॉ. रामविलास भारती ने इस जागरूकता अभियान को प्रभावी बनाने के लिए बच्चों से आग्रह किया कि वे अपने अभिभावकों को भी इस विषय में जागरूक करें। इस अवसर पर उत्तमी, तारा, किसुनदेई, अर्जुन सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे।