वाराणसी
किशोरी दिवस में बताए माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के फायदे
• हीमोग्लोबिन, वजन, ऊंचाई की हुई जांच, वितरित किए सेनेटरी पैड
•स्वास्थ्य एवं पोषण के प्रति किया गया जागरूक
रिपोर्ट : मनोकामना सिंह
वाराणसी। राष्ट्रीय किशोर-किशोरी स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) के अंतर्गत जिले के समस्त नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर शुक्रवार को किशोरी दिवस मनाया गया। इस दौरान सभी किशोर-किशोरियों की स्वास्थ्य जांच की गई। इसके साथ ही एनीमिया से बचाव, माहवारी के दौरान स्वच्छता व साफ-सफाई, मानसिक स्वास्थ्य एवं स्वस्थ व संतुलित आहार लेने के बारे में परामर्श दिया गया।
सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि आरकेएसके के तहत हर माह की आठ तारीख को मनाए जाने वाले किशोर-किशोरी स्वास्थ्य दिवस में चिकित्सीय सुविधा के साथ स्वास्थ्य परामर्श और आवश्यकतानुसार दवाएं निःशुल्क प्रदान की जाती हैं। इस क्रम में शुक्रवार को जनपद के सभी 24 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर यह दिवस मनाया गया । इस दौरान किशोर-किशोरियों की हीमोग्लोबिन जांच, बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) जांच एवं अन्य जांच की गई और आवश्यक परामर्श भी दिया गया।
मँड़ुआडीह पीएचसी की प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ ममता पांडे ने बताया कि केंद्र पर करीब 31 किशोरियों और पाँच किशोरों की हीमोग्लोबिन, वजन, ऊंचाई आदि की जांच हुई। इसमें कोई भी एनीमिक नहीं पाया गया। सभी को आयरन की नीली गोली दी गई। 20 किशोरियों को सेनेटरी पैड वितरित किए गए। इसके साथ ही खून की कमी से बचाव के लिए सप्ताह में एक बार आयरन फोलिक की एक नीली गोली अवश्य खाने के लिए प्रेरित किया। बेहतर पोषण व स्वास्थ्य के बारे में भी परामर्श दिया।
मंडुआडीह पीएचसी पर आई ज्योति (15), वंदना (16), पिंकी (14) एवं अन्य किशोरियों की माहवारी और उसके स्वच्छता व साफ-सफाई से जुड़ी समस्या को दूर किया गया तो वहीं किशोरों के बुखार, खुजली, पेट के कीड़े की समस्याओं के लिए परामर्श दिया। बताया गया कि विटामिन और आयरन की कमी से शरीर में कमजोरी, चिड़-चिड़ापन, पढ़ाई में मन न लगना, अवसाद, चिंता आदि समस्या हो जाती हैं। इसके लिए जरूरी है कि आहार में हरी सब्जियों, पालक, दूध, दही, घी, पनीर, फल, जूस आदि का सेवन पर्याप्त मात्रा में करना चाहिए।