वाराणसी
काशी से आचार्य पं. लक्ष्मीकांत दीक्षित संग ब्राह्मणों के दल ने अयोध्या के लिए किया कूच

वाराणसी। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में सिर्फ 5 दिन शेष हैं और इस भव्य उत्सव के लिए देश के करोड़ो रामभक्तों के चेहरे पर खुशियों की चमक साफ देखी जा सकती है। इसी के तहत मंगलवार को महादेव की काशी नगरी से ब्राह्मणों के दल ने अयोध्या के लिए प्रस्थान किया तो काशीवासियों ने उनका पुष्प वर्षा कर अभिवादन किया। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा कराने वाले वाराणसी के मुख्य आचार्य पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित जब अपने मंगला गौरी के आवास से मैदागिन (गोलघर) पहुंचे तो शहर दक्षिणी के विधायक नीलकंठ तिवारी सहित काशीवासियों ने हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ उनका माल्यार्पण करके उनपर पुष्प वर्षा करते हुए अभिवादन किया।

मीडिया से बात करते हुए, पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित ने कहा कि आज से जलयात्रा शुरू हो गई है। कल सुबह यजमान प्रायश्चित का कर्म होगा। हमारे लोग वहां पूजन का कार्य शुरू कर चुके है। मैं उस कार्यक्रम में आज शाम तक शामिल हो जाऊंगा। आगे उन्होंने बताया, ”22 जनवरी को सुबह से ही वेद मंत्रों के उच्चारण से पूजन कार्य शुरू हो जाएगा लेकिन प्राण-प्रतिष्ठा का मुहूर्त दोपहर 12.30 से तय मुहूर्त में ही किया जाएगा। इसके लिए कई वैदिक ब्राह्मण भारत के अलग-अलग हिस्सों से अयोध्या पहुंच चुके हैं और कुछ वैदिक ब्राह्मण आ रहे हैं।
महिलाओं ने राम भजन के साथ दी मुख्य आचार्य को विदाई – जब रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए मुख्य आचार्य पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित काशी से अयोध्या जाने के लिए अपनी गाड़ी में बैठे तो स्थानीय ब्राह्मणों ने शंखनाद किया। वहीं, बड़ी संख्या में महिलाओं ने ‘राम के गुणगान गाओ’ एवं ‘जय श्री राम’ के उद्घोष से पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित को विदाई दी।