वाराणसी
काशी में होलिका दहन के बाद चढ़ा फाग का रंग, जोगीरा सारारारा की धूम
वाराणसी में होलिका दहन के साथ ही फाग उत्सव की शुरुआत हो गई है। काशी के घाटों से लेकर गलियों तक अबीर-गुलाल की मस्ती छा गई है। पूरे कमिश्नरेट क्षेत्र में 2468 स्थानों पर होलिका जलाई गई। प्रशासन ने सभी गतिविधियों की सख्ती से निगरानी की।
वरुणा जोन में सबसे अधिक 939, गोमती जोन में 794 और काशी जोन में 734 होलिकाएं प्रज्ज्वलित की गईं। इनमें से 54 स्थानों को संवेदनशील के रूप में चिन्हित किया गया था। 13 मार्च को भद्रा काल समाप्त होने के बाद ही होलिका में अग्नि प्रज्ज्वलित की गई।
शुक्रवार सुबह भक्तों ने श्री काशी विश्वनाथ को गुलाल अर्पित किया और शाम को चौसट्ठी देवी के दर्शन कर गुलाल चढ़ाया जाएगा। इस बीच, गलियों में हुरियारों की टोलियां ढोलक की थाप पर “जोगीरा सारारारारा” गाते हुए होली की मस्ती में डूबी नजर आईं।
14 मार्च को सूर्यदेव का मीन राशि में प्रवेश रात 9:24 बजे होगा, जिसके साथ ही होलाष्टक समाप्त हो जाएगा। वहीं, शाम को काशी में 64 योगिनियों की यात्रा दर्शन का भी विशेष महत्व है।