वाराणसी
काशी में बजरंग दल का प्रदर्शन, बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग

बंगाल में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर बजरंग दल सख्त, रोहिंग्या घुसपैठियों पर कार्रवाई की मांग
वाराणसी। पश्चिम बंगाल में हिंदू समाज पर हो रहे हमलों और लगातार बढ़ रही पलायन की घटनाओं के विरोध में राष्ट्रीय बजरंग दल एवं अंतर्राष्ट्रीय हिंदू परिषद, काशी महानगर इकाई ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से सौंपा। संगठन ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग उठाई है।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि मुर्शिदाबाद समेत राज्य के कई हिस्सों में जिहादी सोच रखने वाले तत्वों द्वारा हिंदुओं की संपत्तियों को जलाया जा रहा है, लूटपाट की जा रही है और महिलाओं-बच्चों को डराने-धमकाने की घटनाएं हो रही हैं। यहां तक कि पुलिस पर भी हमले किए जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में हिंदू समाज को अपने ही देश में पलायन को मजबूर होना पड़ रहा है।
बजरंग दल ने ज्ञापन में कहा है कि लव जिहाद, लैंड जिहाद, गोकशी, और धार्मिक आयोजनों पर हमले जैसी घटनाएं सामाजिक सौहार्द्र को नुकसान पहुंचा रही हैं। संगठन के अनुसार राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है और हिंदू समुदाय स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहा है, जिससे राष्ट्रपति शासन की मांग को अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
इसके साथ ही ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर किया जाए, ताकि देश की सुरक्षा और आंतरिक शांति बनी रहे।
सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपे गए इस ज्ञापन के दौरान अर्जुन कुमार मौर्य, निशा सिंह, अशोक सिंह, विनोद यादव, श्रवण मौर्य, विकास कुमार वीके, हरिनाथ सिंह, संतोष द्विवेदी, नवरत्न कुमार, अनूप सेठ, चंद्रमणि शाह, महेश यादव, शिवम सिंह चौहान, चंद्रशेखर यादव, आलोक सिंह, शिवम पांडे, राजेश सिंह, सतीश कुमार, सुरेंद्र कुमार और आकाश कुमार सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।