अपराध
कानपुर में साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार

ठगी के मास्टरमाइंड ने क्रिप्टोकरंसी में निवेश कर छिपायी काली कमायी
कानपुर। जिले में एक नई साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें एक 12वीं पास यूट्यूबर ने डिजिटल अरेस्ट ठगी का तरीका यूट्यूब से सीखा और EPFO से रिटायर्ड एक क्लर्क से 82.30 लाख रुपये की ठगी कर डाली। इस गिरोह के तीन सदस्य, जिनमें मास्टरमाइंड रौबी कुमार सहित दो अन्य आरोपित शामिल हैं, को अलीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया गया।
रौबी कुमार, जो कि एक यूट्यूबर और गेमर था, ने ऑनलाइन गेम खेलते हुए ठगी के तरीके सीखे थे। यूट्यूब पर वीडियो देखकर उसने डिजिटल अरेस्ट की ठगी की योजना बनाई। कुमार ने अपने दो साथियों जितेंद्र कुमार और रविंद्र सिंह को इस रैकेट में शामिल किया और मिलकर ग्रामीण क्षेत्रों के भोले-भाले लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया।
फर्जी बैंक खातों से ठगी की रकम ट्रांसफर
जांच में यह सामने आया कि ठगी के लिए गिरोह ने 20 से अधिक फर्जी बैंक खाते खुलवाए थे। इन खातों से ठगी की रकम को एक से दूसरे खातों में ट्रांसफर किया गया। पुलिस ने इन खातों को फ्रीज कर दिया है और एक महिला को भी बैंक से पैसे निकालते हुए पकड़ा है, जिसकी फुटेज पुलिस के पास है।
ठगी की रकम को आरोपितों ने क्रिप्टोकरंसी में निवेश किया और पेट्रोल पंप, रेस्टोरेंट्स तथा शॉपिंग में खर्च किया। हालांकि, आरोपितों ने साधारण जीवन जीने की कोशिश की ताकि उनकी गतिविधियाँ आम लोगों से छुपी रहें। पुलिस ने गिरोह के पास से 7.70 लाख नगद, चार मोबाइल फोन और कई बैंक डिटेल्स बरामद की हैं। पुलिस अन्य चार संदिग्धों की तलाश कर रही है।