वाराणसी
श्री शिव प्रसाद गुप्त चिकित्सालय के ब्लड बैंक में विद्युत शाट सर्किट से लगी आग

स्टोर रूम में शॉर्ट सर्किट से लगी आग
वाराणसी के मंडलीय चिकित्सालय के कबीरचौरा अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में मंगलवार की सुबह आग लगने से हड़कंप मच गया। आग स्टोर रूम में लगी, जहां रिकॉर्ड और अन्य सामान रखा जाता था। सूचना मिलते ही मौके पर फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां पहुंचीं और आग पर काबू पाने में जुट गईं।
दमकल की दो गाड़ियों ने पाया आग पर काबू
कबीरचौरा अस्पताल के एसआईसी डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। चेतगंज फायर कंट्रोल रूम को 6 बजकर 43 मिनट पर आग की सूचना मिली थी। मौके पर चेतगंज फायर स्टेशन से एक फायर टेंडर और कोतवाली फायर स्टेशन से दूसरी गाड़ी पहुंची। फायर ऑफिसर सेकेंड ऋषभ दुबे के नेतृत्व में 8 जवान और 4 हेड कांस्टेबल ने मिलकर 45 मिनट में आग पर काबू पा लिया।
ब्लड बैंक में 600 यूनिट ब्लड किया जा सकता है प्रिजर्व
कबीरचौरा अस्पताल का ब्लड बैंक वाराणसी का प्रमुख ब्लड बैंक है, जहां 600 यूनिट ब्लड, 600 यूनिट प्लाज्मा और 60 यूनिट प्लेटलेट्स को सुरक्षित रखा जा सकता है। ब्लड बैंक के सीनियर फार्मासिस्ट जितेंद्र पटेल ने बताया कि फ्रीजर की पर्याप्त व्यवस्था होने के कारण ब्लड और अन्य रक्त उत्पादों को लंबे समय तक सुरक्षित रखा जाता है।
27 कर्मचारी और 35 मशीनें कार्यरत
ब्लड बैंक में कुल 27 कर्मचारी काम कर रहे हैं, जिनमें सरकारी, संविदा और आउटसोर्सिंग स्टाफ शामिल है। यहां ब्लड को सुरक्षित रखने और टेस्टिंग के लिए 35 मशीनें मौजूद हैं। इनमें एसडीपी मशीन, प्रिजर्वेशन फ्रीजर और अन्य टेस्टिंग मशीनें शामिल हैं।
सालाना हजारों यूनिट ब्लड उपलब्ध कराता है बैंक
कबीरचौरा अस्पताल का ब्लड बैंक साल 1997 से संचालित है। वर्ष 2023-24 में बैंक ने 7,220 यूनिट ब्लड मरीजों को उपलब्ध कराया है। यह बैंक अक्सर जरूरतमंद मरीजों के तीमारदारों की मदद करता है, ताकि उन्हें ब्लड की किल्लत का सामना न करना पड़े।