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वाराणसी

एनडीआरएफ की आपदा प्रबंधन की मुहीम ज़ारी – कम्पोजिट एवं हाई स्कूल भतसार के छात्रों को दिया प्रशिक्षण

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रिपोर्ट – मनोकामना सिंह

वाराणसी| आपदा जोख़िम नियुनिकरण मुहीम के अंतर्गत आपदाओं से बचाव एवं प्रबंधन हेतु विभिन्न संस्थानों और हितधारकों को सशक्त बनाने के लिए एनडीआरएफ की टीमें लगातार प्रशिक्षण प्रदान कर रही है साथ ही शिक्षण संस्थानों में आपदा से बचाव हेतु स्कूल सेफ्टी प्रोग्राम का भी आयोजन कर रही है। उसी कड़ी में आज कम्पोजिट एवं हाई स्कूल भतसार, आराजी लाइन वाराणसी में कमान्डेंट मनोज कुमार शर्मा के दिशा-निर्देशन में एनडीआरएफ टीम द्वारा एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें एनडीआरएफ की प्रशिक्षित एवं अनुभवी टीम द्वारा भूकंप में बचाव के तरीके, सी. पी.आर, गले में फंसी बाहरी वस्तु के निकालने के तरीके, शारीरिक चोटों का अस्पताल पूर्व उपचार, तात्कालिक स्ट्रेचर बनाना, लिफ्टिंग और मूविंग के तरीके, अग्निशमन और आग से बचाव की तकनीक, रस्सी बचाव तकनीक, अग्निशामक यंत्र का उपयोग, इम्प्रोवाइज्ड फ्लोटिंग डिवाइस (राफ्ट) बनाना, सड़क सुरक्षा आदि विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त कोरोना के नए वेरिएंट से बचने के लिए कोविड प्रोटोकोल का पालन करने सम्बन्धित तरीकों की जानकारी भी दी गई। इस कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षकों और स्कूल के अन्य कर्मचारियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया और इससे लाभान्वित हुए।

इस अवसर पर कम्पोजिट एवं हाई स्कूल की प्रधानाचार्या जया कुमारी ने एनडीआरएफ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि एनडीआरएफ द्वारा आयोजित जागरूकता कार्यक्रम बहुत प्रशंसनीय और शिक्षाप्रद है और आपदा प्रबन्धन में सक्षम बनाने का सफल प्रयास है। इस कार्यक्रम से शिक्षण संस्थान के सभी छात्र-छात्राएं, अध्यापक व स्कूल के अन्य कर्मचारी भी लाभान्वित होंगे और आपदा के समय अपने और अन्य लोगों के जीवन को बचाने में अपना सहयोग प्रदान कर पाएंगे।

विदित है कि एनडीआरएफ वाराणसी की टीमें कमांडेंट मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में लगातार इस अभियान को जारी रखे हुए है जिसमें स्कूल-कॉलेज के बच्चो, अध्यापकों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अतिरिक्त घाटों पर नाव चालकों, मल्लाहों एवं स्थानीय लोगों के लिए भी प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। जिससे प्रशिक्षित होकर आपदाओं के जोखिम को कम किया जा सकता है।

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