वाराणसी
एएसडी सूची के पांच लाख से अधिक मतदाताओं का होगा पुनः सत्यापन
बीएलओ घर-घर जाकर करेंगे जांच, त्रुटि पाए जाने पर होगा रोल बैक
वाराणसी। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिले में विधानसभा मतदाता सूची का विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य जारी है। आयोग ने इस प्रक्रिया के लिए एक बार फिर 15 दिन की समय-सीमा बढ़ा दी है, जिससे मतदाताओं और प्रशासनिक अमले को राहत मिली है। जिन मतदाताओं ने अब तक गणना प्रपत्र नहीं भरा है, वे अपने संबंधित बीएलओ से संपर्क कर फार्म भर सकते हैं।
जिले में अनुपस्थित (ए), स्थानांतरित (एस), मृतक (डी) यानी एएसडी तथा डुप्लीकेट श्रेणी में शामिल मतदाताओं की संख्या 5 लाख 94 हजार 169 बताई गई है। यदि किसी मतदाता का नाम त्रुटिवश एएसडी सूची में शामिल हो गया है, तो बीएलओ द्वारा घर-घर सत्यापन कर उसे रोल बैक किया जाएगा और गणना प्रपत्र भरवाकर नाम को सही किया जा सकेगा।
इसी सिलसिले में जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कंपोजिट विद्यालय मल्टीस्टोरी, शिवपुर (कांशीराम आवास, इन्द्रपुर) का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बूथवार एएसडी श्रेणी में शामिल मतदाताओं की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली। बीएलओ को निर्देश दिया गया कि 2003 की मतदाता सूची से मैपिंग के आधार पर जिन मतदाताओं ने अब तक गणना प्रपत्र जमा नहीं किया है, या जो अनुपस्थित पाए गए हैं, स्थानांतरित हो चुके हैं, मृत हो गए हैं अथवा जिनकी दोहरी प्रविष्टि है, उन सभी के घर जाकर पुनः सत्यापन सुनिश्चित किया जाए।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि स्थानीय एएसडी सूची में शामिल मतदाताओं के संबंध में परिवार के सदस्य या किसी पड़ोसी के हस्ताक्षर अवश्य कराए जाएं। एएसडी श्रेणी में चिह्नित मतदाताओं के मामले में विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। उन्होंने बीएलओ को बूथ लेवल एजेंटों के साथ बैठक कर एएसडी मतदाताओं की सूची साझा करने, उसे बूथ पर चस्पा करने और पूरी पारदर्शिता बनाए रखने के निर्देश दिए।
इसके बाद जिलाधिकारी ने कटिंग मेमोरियल इंटरमीडिएट कॉलेज का भी निरीक्षण किया। उन्होंने दोहराया कि जिन मतदाताओं के एसआईआर फार्म अब तक जमा नहीं हुए हैं, उनके घर-घर पहुंचकर सत्यापन किया जाए। फार्म अपलोड करते समय यदि किसी मतदाता का नाम सूची से हटाया गया है, तो उसका कारण सहित विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी पात्र मतदाता सूची से वंचित न रहे और यदि किसी का नाम गलती से एएसडी श्रेणी में दर्ज हो गया है, तो उसे तत्काल रोल बैक किया जाए।
