वाराणसी
उत्तर भारत में पहली बार 27 मई को रूद्राक्ष कन्वेंशन सेण्टर, सिगरा में “दिव्यकला शक्ति कार्यक्रम” का होगा आयोजन
06 राज्यों से आ रहे दिव्यांग कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं नृत्यकला के माध्यम से अपनी प्रतिभा का किया जायेगा प्रदर्शन
वाराणसी। दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केन्द्र के संयोजन से उत्तर भारत में पहली बार 27 मई को सायं 05: से 07 बजे रूद्राक्ष कन्वेंशन सेण्टर, सिगरा में "दिव्यकला शक्ति कार्यक्रम" का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में 06 राज्यों से आ रहे दिव्यांग कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं नृत्यकला के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया जायेगा। जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी के कुशल दिशा- निर्देशन में जिला प्रशासन के पूर्ण सहयोग से कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में देश प्रदेश एवं जनपद के विशिष्टजन सम्मिलित होगे।
जिलाधिकारी एस.राजलिंगम द्वारा ऑनलाइन बैठक कर इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। उन्होंने रेलवे स्टेशन एवं एयरपोर्ट पे हेल्प डेस्क स्थापित कराने का निर्देश दिया।उन्होंने कहा कि जिन होटलों में आगंतुक/मेहमान रुकेंगे वहां पर नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए जाएं इसके साथ ही सभी होटलों में आपातकालीन नंबर अवश्य उपलब्ध रहे। जिलाधिकारी ने होटल एवं आयोजन स्थल रुद्राक्ष में सुरक्षा के सभी आवश्यक उपाय करने के निर्देश भी दिए।
मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को मेडिकल इमरजेंसी के सभी उपाय करने के निर्देश दिए। उन्होंने सीएमओ को निर्देशित करते हुए कहा कि कार्यक्रम स्थल पर एंबुलेंस अवश्य रहे। इसके साथ ही श्री काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन के समय पर्याप्त मात्रा में व्हील चेयर का प्रबंध कराने का निर्देश मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को दिया।
कार्यक्रम के नोडल जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी रामप्रकाश सिंह ने अपील की है कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम के अधीन समस्त पंजीकृत स्वैच्छिक संस्थाएं इस कार्यक्रम में सम्मिलित होकर दिव्यांग कलाकारों की प्रतिभा का सम्मान एवं उत्साहवर्द्धन करें तथा इस कार्यक्रम में दिये गये दिशा-निर्देशों का अनुपालन अपनी संस्थाओं के दिव्यांगजनों में करवायें, ताकि वे भी इस कार्यक्रम से लाभान्वित हो सकें।
Continue Reading
