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उत्तर प्रदेश विधानसभा में अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश

योगी सरकार ने खोला खजाना, इंफ्रास्ट्रक्चर, किसान, युवा और महिलाओं पर खास फोकस
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश किया, जिसका आकार 8.10 लाख करोड़ रुपये है। इस बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर, सामाजिक पेंशन, गरीबों, युवाओं, किसानों, धार्मिक पर्यटन और महिलाओं के उत्थान पर विशेष जोर दिया गया है।
राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के विधायकों ने कई मुद्दे उठाए, जिनका मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमंडल ने जवाब दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में सरकार ने जो लक्ष्य तय किए थे, उन्हें सफलतापूर्वक हासिल किया है। उन्होंने बताया कि जब उनकी सरकार आई थी, तब यूपी की अर्थव्यवस्था 12 लाख करोड़ रुपये थी, जो इस वित्तीय वर्ष में 27.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने वाली है। उन्होंने वैश्विक महामारी के बावजूद यूपी की शानदार ग्रोथ रेट का जिक्र किया।

योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य के तहत 10 मुख्य सेक्टरों पर ध्यान केंद्रित किया है। इनमें अवस्थापना और औद्योगिक विकास, एमएसएमई, हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, सिविल एविएशन, पीडब्ल्यूडी, एनआरआई विभाग, कृषि एवं संबंधित विभाग, खाद्य प्रसंस्करण, डेयरी, फिशरीज और जल संसाधन शामिल हैं। हर सेक्टर की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है, जिसे खुद मुख्यमंत्री हर तीन महीने में समीक्षा करते हैं।
बजट में धार्मिक पर्यटन को भी बड़ा बढ़ावा दिया गया है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि जनवरी 2024 से दिसंबर 2024 के बीच उत्तर प्रदेश में 65 करोड़ से अधिक पर्यटक आए, जिनमें 14 लाख विदेशी पर्यटक शामिल थे। मुख्यमंत्री पर्यटन स्थलों के विकास योजना के तहत 400 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए गए हैं। अयोध्या में पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के लिए 150 करोड़ रुपये, मथुरा के लिए 125 करोड़ रुपये और नैमिषारण्य के लिए 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।
इस बजट में महिलाओं और श्रमिक कल्याण के लिए भी विशेष प्रावधान किए गए हैं। साथ ही, फ्री स्कूटी योजना, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स और नए एक्सप्रेसवे जैसी योजनाओं पर भी सरकार ने खास ध्यान दिया है।
योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश तेजी से 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है, जबकि भारत 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बन जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग इसे स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन सरकार की योजनाएं उत्तर प्रदेश को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जा रही हैं।