मनोरंजन
इंदौर में दिलजीत दोसांझ का कंसर्ट विवादों के बीच संपन्न
भाजपा नेताओं ने भी जताया विरोध
इंदौर। पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ का कंसर्ट रविवार को विवादों के बीच संपन्न हुआ। बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने इस कार्यक्रम का विरोध किया, जबकि प्रशासन ने रात 10 बजे तक कंसर्ट की अनुमति दी थी।
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सुबह कलेक्ट्रेट के बाहर धरना दिया और आयोजन को रद्द करने की मांग की। उनका आरोप था कि आयोजन स्थल पर शराब और मांसाहारी व्यंजनों के स्टॉल लगाए गए हैं, जिससे शहर की संस्कृति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
दोपहर में कार्यकर्ता आयोजन स्थल पर पहुंचे और अंदर जाने की मांग की। एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह ने कार्यकर्ताओं को रोक दिया। इसके बाद लीगल टीम के सदस्यों ने स्थल का निरीक्षण किया। स्टॉल हटाने और लाउंज को बैरिकेड करने के बाद विरोध करने लगे। विरोध के बाद आयोजन स्थल से शराब और बीयर के स्टॉल हटा दिए गए। आयोजकों ने कहा कि वे स्थानीय प्रशासन के सभी निर्देशों का पालन कर रहे हैं।
दिलजीत ने मंच से दी प्रतिक्रिया
कंसर्ट के दौरान दिलजीत दोसांझ ने टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “अगर कोई 10 रुपए की टिकट 100 रुपए में बेच रहा है, तो इसमें कलाकार का क्या कसूर?” दिलजीत ने राहत इंदौरी का शेर भी मंच से पढ़ा, जिससे उन्होंने मीडिया और विरोधियों को जवाब दिया।
दिलजीत ने कहा- मुझे राहत इंदौरी जी का शेर याद आ गया।
मेरे हुजरे में नहीं और कहीं पर रख दो
आसमाँ लाए हो ले आओ ज़मीं पर रख दो
अब कहां ढूंढने जाओगे हमारे कातिल
आप तो कत्ल का इल्जाम हमीं पर रख दो
भाजपा नेताओं ने भी जताया विरोध
पूर्व मंत्री उषा ठाकुर और विधायक गोलू शुक्ला ने कंसर्ट का विरोध किया। उषा ठाकुर ने कहा, “हम देवी अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयंती मना रहे हैं। ऐसे आयोजनों की अनुमति हमारी संस्कृति के खिलाफ है।” वहीं, प्रशासन की निगरानी और विरोधों के बीच कंसर्ट संपन्न हुआ। दिलजीत दोसांझ ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें बदनामी का डर नहीं है और वे अपने काम में लगे रहेंगे।