वाराणसी
आयुष्मान कार्डधारी से वसूली पर फंसा अस्पताल, बिना रजिस्ट्रेशन के संचालन पर हुआ सील

वाराणसी। आयुष्मान कार्ड धारक मरीज से इलाज के नाम पर पैसे वसूलने के मामले में बड़ागांव क्षेत्र स्थित आशा अस्पताल को प्रशासन ने सील कर दिया। अस्पताल का न तो रजिस्ट्रेशन मिला और न ही मरीज से ली गई राशि को जायज ठहराने का कोई रिकॉर्ड। कार्रवाई प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना के निर्देश पर की गई।
प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना प्रधानमंत्री के क्षेत्रीय जनसंपर्क कार्यालय पर जनसुनवाई कर रहे थे, तभी बड़ागांव निवासी सुरेंद्र वनवासी ने अस्पताल की शिकायत की। उन्होंने बताया कि उनके पिता की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें बड़ागांव के नयेपुर स्थित आशा अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल ने आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद 32,400 नकद इलाज के नाम पर वसूल लिए।
शिकायत मिलते ही मंत्री ने सीएमओ को तत्काल जांच के निर्देश दिए। सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. शेर मोहम्मद को जांच सौंपी। देर शाम डॉ. मोहम्मद पुलिस बल के साथ अस्पताल पहुंचे। जांच में अस्पताल का कोई पंजीकरण दस्तावेज नहीं मिला, जिस पर अस्पताल को सील कर दिया गया।
इसी के साथ अस्पताल प्रबंधन को मरीज की ली गई रकम वापस लौटानी पड़ी। वहीं प्रभारी चिकित्साधिकारी की ओर से फूलपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराने की तहरीर भी दी गई। अचानक हुई इस कार्रवाई से क्षेत्र के अन्य निजी अस्पतालों में भी हड़कंप मच गया।