वाराणसी
अफसर बाबा पर हमले से बीएचयू के छात्रों में आक्रोश

सामाजिक संगठनों में गहरी नाराजगी
कट्टरपंथियों के हमले से देश और देशभक्तों को बचाने की बनीं रणनीति
हमलावरों को गिरफ्तार कर गहराई से जांच करे पुलिस
रिपोर्ट – मनोकामना सिंह
वाराणसी । ज्ञानवापी प्रकरण पर सच बोलने से बौखलाए मुस्लिम कट्टरपंथियों ने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के जिला संयोजक अफसर बाबा पर हमला कर दिया। हमला करने वालों के खिलाफ सिगरा थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी गयी। सूचना मिलते ही मुस्लिम राष्ट्रीय मंच समेत कई सामाजिक संगठनों ने अपनी नाराजगी जाहिर की।
विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० राजीव श्रीवास्तव की अध्यक्षता में सुभाष भवन में बैठक आयोजित की गई। बैठक में डॉ० राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि अफसर बाबा शांति की वकालत करने वाले हैं। ज्ञानवापी पर जो इन्होंने कहा वह सच है। इन पर हमला करने वालों के पीछे बड़ी लॉबी है। जो ऐसे अपराधियों को न सिर्फ छुड़ाती है बल्कि मामले को हल्का बनाने के लिए अफवाह उड़ाती है और पुलिस को भ्रमित करती है। अफसर बाबा पर हमला मुस्लिम कट्टरपंथियों का प्रयोग है। हमला करना और मामले को रफा दफा करना इनका तरीका है। पुलिस की जांच उच्च अधिकारियों से कराई जाए।
बैठक में नाजनीन अंसारी, नजमा परवीन, डा० मृदुला जायसवाल, धनंजय यादव, इली भारतवंशी, खुशी भारतवंशी, उजाला भारतवंशी आदि लोगों ने भाग लिया।
सुभाषवादी नेता ज्ञान प्रकाश जी ने कहा कि अफसर बाबा पर हमला करके आतंकी मानसिकता वाले डर पैदा करना चाहते हैं ताकि कोई सच न बोलने पाए।
बीएचयू के छात्रों ने अफसर बाबा के समर्थन में प्रदर्शन किया।
अफसर बाबा पर हुए हमले को लेकर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्रों में आक्रोश है। छात्रों ने अफसर बाबा पर हुए हमले को लेकर प्रदर्शन किया और मांग किया कि हमलावरों को गिरफ्तार किया जाए और गहराई से जांच कर पीएफआई और आतंकी संगठनों के साथ संबंधों की भी जांच हो।
बीएचयू के छात्र नेता सुधांशु सिंह ने कहा कि हमलावरों को बचाने के लिए एक बड़ा मौलाना अपने समर्थकों को लगाया है। मामले को ज्ञानवापी के मुद्दे से हटाकर केवल आपसी झगड़े तक सीमित कर दिया जाए ताकि हमलावर आसानी से छूट सकें और गतिविधियो को अंजाम दे सकें। अगर इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो आतंकियों का मनोबल बढ़ेगा। इन पर सख्त कार्यवाई नहीं हुई तो शहर भर में प्रदर्शन किया जाएगा।
बिरला छात्रावास में मुख्य रूप से छात्र नेता सत्यम राय के नेतृत्व में रवि यादव, अजय सिंह, हर्षित रावत, बिट्टू, सिद्धार्थ, कमलनयन, कुंदन, वरुण, रोशन इत्यादि छात्रों ने विरोध किया।