दुनिया
अफगानिस्तान में विनाशकारी भूकंप, 800 से ज्यादा मौतें, घायलों की संख्या दो हजार पार

सोमवार को 1.6 तीव्रता के आफ्टरशॉक भी महसूस किए गए
अफगानिस्तान रविवार देर रात 11:07 बजे भूकंप के तेज झटकों से दहल उठा। रिक्टर स्केल पर 6.6 तीव्रता वाले इस भूकंप में अब तक 800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 2800 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं। भूकंप के समय अधिकतर लोग सो रहे थे, जिससे बड़ी संख्या में हताहत हुए। अधिकारियों का कहना है कि मृतकों का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार भूकंप तालाब शहर से लगभग 17 मील दूर आया, जो राजधानी काबुल से करीब 150 किलोमीटर की दूरी पर है। रिपोर्ट्स के मुताबिक सबसे ज्यादा नुकसान पड़ोसी कुनार प्रांत में हुआ है। इसके बाद सोमवार को 1.6 तीव्रता के आफ्टरशॉक भी महसूस किए गए। यह भूकंप जमीन से 65 किलोमीटर नीचे आया था।

भूकंप के झटके पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब प्रांत में भी महसूस किए गए, वहीं भारत के गुरुग्राम में भी हल्के झटके दर्ज किए गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अफगानिस्तान में आए इस भूकंप पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस कठिन घड़ी में भारत की संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और हम घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। भारत ने प्रभावित इलाकों के लिए 1000 टेंट और 15 टन खाद्य सामग्री भेजी है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अफगान विदेश मंत्री मौलवी आमिर खान मुत्ताकी से फोन पर बात कर हर संभव मानवीय सहायता का आश्वासन दिया।
सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने भी सोशल मीडिया पर पुष्टि की कि देश के पूर्वी प्रांतों में गंभीर जान-माल का नुकसान हुआ है। पहाड़ी और दुर्गम इलाकों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है। कई जगहों पर भूस्खलन के कारण सड़कें बंद हो गईं, जिसके चलते बचाव अभियान में बाधा आई है। प्रभावित इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल किया जा रहा है।