शिक्षा
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हण्डिया पीजी कॉलेज में विविध आयोजन
प्रयागराज। हण्डिया पीजी कॉलेज में शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शासन के निर्देशानुसार विविध कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया गया। समारोह में महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य जागरूकता पर विशेष बल दिया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि हण्डिया की प्रख्यात स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. रेखा सिंह को महाविद्यालय द्वारा “नारी चिकित्सा सेवा सम्मान” से अलंकृत किया गया। अपने संबोधन में डॉ. रेखा सिंह ने कहा, “आज की नारी अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग होकर ही समाज में अपनी सार्थक भूमिका निभा सकती है। महिलाओं को अपने स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल के लिए विशेष जागरूकता की आवश्यकता है। महिला स्वास्थ्य सुधार से ही परिवार, समाज और राष्ट्र का विकास संभव है। हमें स्वास्थ्य संबंधित भ्रांतियों और अंधविश्वासों से दूर रहकर वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाना होगा।” उन्होंने छात्राओं को आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ने का आह्वान किया, जिससे कार्यक्रम का वातावरण उत्साह और प्रेरणा से भर गया।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि डॉ. दीपा सिंह ने महिलाओं की साक्षरता एवं विविध क्षेत्रों में उपलब्धियों पर अत्यंत सारगर्भित प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “शिक्षा ही वह माध्यम है जिससे महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होती हैं और समाज में समानता का दर्जा प्राप्त करती हैं। आज विज्ञान, प्रौद्योगिकी, खेल, कला, राजनीति, प्रशासन और रक्षा जैसे हर क्षेत्र में महिलाएं अपना परचम लहरा रही हैं। हमारी बेटियां किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं, बल्कि कई क्षेत्रों में वे आगे निकल चुकी हैं। आज देश की अर्थव्यवस्था में महिलाओं का योगदान अभूतपूर्व है।” उन्होंने महिला शिक्षा के महत्व पर बल देते हुए कहा कि शिक्षित महिला पूरे परिवार को शिक्षित करती है।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर विवेक पाण्डेय ने इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “आज नारियों में आत्म बल की चरम अवस्था दृष्टिगत हो रही है। यह हमारे समाज के लिए गर्व का विषय है कि आज की नारी हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का परिचय दे रही है। वाह्य एवं अंतर सुरक्षा की दृष्टि से यह महाविद्यालय भी बालिकाओं के रक्षक के रूप में प्रतिबद्ध है। हमारा प्रयास है कि छात्राएँ अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हों और साथ ही अपने कर्तव्यों का निर्वहन भी पूरी निष्ठा से करें। महिला सशक्तिकरण का अर्थ केवल आर्थिक स्वावलंबन ही नहीं, बल्कि मानसिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक विकास भी है। हमारा महाविद्यालय छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए कटिबद्ध है।”
इस अवसर पर लाडली रक्षा अभियान, आत्मरक्षा की कार्यशाला के साथ-साथ सशक्तिकरण पर आधारित चित्र प्रदर्शनी, महिला उपलब्धियों की गैलरी एवं “स्वस्थ नारी, सशक्त नारी” हेल्थ और वैलनेस कैंप का आयोजन भी किया गया। कैंप में छात्राओं और महिला कर्मचारियों के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी परामर्श भी दिया गया। कैम्पों एन०एस०एस अधिकारी डॉ० रविन्द्र कुमार व रोवर्स रेन्जर्स अधिकारी डॉ० क्रांति कुमार सिंह व महिला प्रकोष्ठ की प्रतीक्षा सिंह व निकिता यादव नें महिलाओं की जागरूकता के विषय में प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम का कुशल संचालन महिला प्रकोष्ठ की समन्वयक डॉ. अंजली मोदनवाल द्वारा किया गया। आयोजन स्थल पर उपस्थित सभी लोगों का औपचारिक स्वागत प्रोफेसर नीलम सिंह ने किया। धन्यवाद ज्ञापन का दायित्व डॉ. ज्योत्सना सिंह द्वारा निभाया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार के शिक्षकों, कर्मचारियों के साथ ही विभिन्न संकायों के बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति रही।