मिर्ज़ापुर
सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने दिये आवश्यक दिशा-निर्देश

मिर्जापुर। जिले में सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में संबंधित अधिकारियों ने जिले में सड़क सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की।
बैठक में जिलाधिकारी ने पिछले सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में लिए गए निर्णयों की समीक्षा की और उनकी कार्यवाही के बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी विजय कुमार, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग, क्षेत्राधिकारी शिखा भारती, प्रभारी यातायात विपिन कुमार पाण्डेय सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।
दुर्घटना रोकने के लिए उठाए गए कदम:
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए चिन्हित ब्लैक स्पॉट्स पर सुधारात्मक कार्यवाही प्राथमिकता के आधार पर की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि अधिकतर दुर्घटनाएं ट्रैक्टर, ट्रालियों और ओवरस्पीडिंग के कारण होती हैं। उन्होंने ट्रैक्टर-ट्रालियों पर रेट्रो रिफ्लेक्टिव टेप लगाने का निर्देश दिया और अवैध रूप से चल रहे वाहनों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने की बात कही।
सड़क सुरक्षा के लिए जागरूकता कार्यक्रम:
जिलाधिकारी ने जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और प्रभारी यातायात को निर्देशित करते हुए कहा कि स्कूलों में वाहन चालकों का हेल्थ टेस्ट कराया जाए और उनकी स्थिति के बारे में सूचना प्राप्त की जाए। साथ ही, सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में रोड सेफ्टी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।
उन्होंने यह भी कहा कि गुड सेमेरिटन योजना के तहत दुर्घटना में मदद करने वाले व्यक्तियों को प्रोत्साहित किया जाए। इसके लिए होर्डिंग्स और समाचार पत्रों के माध्यम से प्रचार किया जाए। इसके साथ ही, दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में स्पीड टेबल टॉप बनाने की योजना पर भी चर्चा की गई ताकि मोड़ पर वाहनों की गति धीमी हो सके और दुर्घटनाएं रोकी जा सकें।
मौजूदा सड़कों पर सुधारात्मक कार्यवाही:
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि चुनार दुर्गा मोड़ पर वाहन की गति को नियंत्रित करने के लिए गोल चैराहा (रोटरी) बनाने पर विचार किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, अदलहाट नरायनपुर मार्ग पर भी सड़क सुरक्षा उपायों को लागू करने की चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने बैठक के अंत में सभी अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएं और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी प्रयास किए जाएं।