राज्य-राजधानी
UP Police : अब पति-पत्नी एक ही जिले में कर सकेंगे नौकरी, पारिवारिक स्थिरता को मिलेगा बल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग ने एक जनहितकारी निर्णय लेते हुए पति-पत्नी दोनों को एक ही जिले में तैनाती देने की अनुमति दे दी है। यह आदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रशांत कुमार द्वारा जारी किया गया, जिसे पुलिस बल में “पारिवारिक स्थिरता और विभागीय समन्वय को बढ़ावा देने वाला ऐतिहासिक कदम” बताया जा रहा है।
समान कर्तव्य, साझा ज़िम्मेदारी
पुलिस विभाग में कार्यरत पति-पत्नी को अब अलग-अलग जिलों में ड्यूटी नहीं करनी पड़ेगी। विभागीय आदेश के मुताबिक, यदि दोनों पुलिसकर्मी हैं और संभव हो तो उन्हें एक ही जनपद में नियुक्त किया जाएगा। यह नीति अनुकंपा के आधार पर नियुक्त दंपतियों पर भी लागू होगी।
मानवता से जुड़ा निर्णय
डीजीपी कार्यालय के अनुसार, यह फैसला पारिवारिक तनाव को कम करने, महिला पुलिसकर्मियों को राहत देने और बच्चों की परवरिश में सहूलियत पहुंचाने के उद्देश्य से लिया गया है। यह सामाजिक समरसता और कार्यस्थल सहूलियत की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा।
अनुकंपा नियुक्तियों को भी राहत
अनुकंपा के आधार पर जब किसी दिवंगत पुलिसकर्मी के परिजन को नौकरी मिलती है, तो अब उन्हें जीवनसाथी के साथ उसी जिले में तैनात किया जा सकेगा। यह उन परिवारों के लिए खास राहत लेकर आया है जो पहले अलग-अलग जिलों में बंटे हुए थे।
पुलिसकर्मियों की प्रतिक्रिया
अलीगढ़ जिले में तैनात सब-इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने कहा, “अब हम दोनों एक साथ रह पा रहे हैं और परिवार को समय दे पा रहे हैं।” वहीं प्रयागराज जिले में तैनात हेड कांस्टेबल रीना यादव ने प्रतिक्रिया दी, “बच्चों को माता-पिता दोनों का साथ मिल रहा है, यह पहले संभव नहीं था।”
विभागीय क्रियान्वयन और आगे की योजना
डीजीपी के आदेश के बाद कुछ ही दिनों में राज्यभर में दर्जनों पुलिस दंपतियों को एक साथ पोस्टिंग दी जा चुकी है। विभाग जल्द ही एक केंद्रीय ऑनलाइन प्रणाली भी विकसित करने जा रहा है, जिसमें पति-पत्नी की जानकारी दर्ज की जायेगी और ट्रांसफर प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया जायेगा।