वाराणसी
प्रतियोगी परीक्षाओं में इलेक्ट्रानिक डिवाइस के माध्यम से नकल कराने वाले संगठित सॉल्वर गैंग के पुरस्कार घोषित 03 अभियुक्त गिरफ्तार।
वाराणसी।एस0टी0एफ0, उ0प्र0 को शनिवार की दोपहर में थाना चितईपुर वाराणसी के अंतर्गत जी0टी0 रोड समीप नुऑंव अण्डर पास के निकट मुखबीर द्वारा सुचना मिलने पर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में इलेक्ट्रानिक डिवाइस के माध्यम से नकल कराने वाले संगठित सॉल्वर गैंग के पुरस्कार घोषित 03 अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में उल्लेखऩीय सफलता प्राप्त हुई है।
गिरफ्तार अभियुक्त
1-धर्मराज यादव पुत्र रामरक्षा यादव, निवासी-चदेरू चौकठा, थाना जिगना, जनपद मीरजापुर (रू0 15,000 का पुरस्कार घोषित)
2-पुष्पराज सिंह पुत्र लाल सिंह निवासी सेमरा कलबना थाना घूरपुर जनपद प्रयागराज (रू0 15,000 का पुरस्कार घोषित )
3-प्रभाकर पटेल पुत्र छोटे लाल पटेल निवासी मुरादपुर खिदिरपुर ईस्माइलगंज थाना सोरांव जनपद प्रयागराज।(रू0 10,000 का पुरस्कार घोषित)
गिरफ्तार हुए अभियुक्तों के पास से 1-इनोवा कार- यू0पी0-70-ई0के0-9999 2- महिन्द्रा स्कार्पियो- यू0पी0-70-एफ0एन0-9495 3- मोबाइल फोन-05 अदद। 4- उप निरीक्षक परीक्षा से संबंधित प्रवेश पत्र-12 अदद बरामदगी हुई
उल्लेखनीय है कि दिनांक 17-11-2021 व 23-11-2021 को भर्ती में सफल होने के लिये आधुनिक तकनीकी का प्रयोग करते हुये कुछ अभ्यर्थियों के सिर में विग के अन्दर विशेष डिवाइस के साथ कान के अन्दर अति सूक्ष्म माइक्रोफोन लगाकर परीक्षा केन्द्र में प्रवेश करते समय ड्यूटी पर मौजूद पुलिस कर्मियों द्वारा कुल 03 परीक्षार्थियों को गिरफ्तार किया गया था, जिसके संबंध में जनपद वाराणसी के थाना चितईपुर में मु0अ0सं0 76/21 धारा 420 भादवि व 3/9 उ0प्र0 सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम एवं थाना रोहनिया में मु0अ0सं0 514 व 515/21 धारा 420 भादवि पंजीकृत हुआ। इस संबंध में प्रमुख समाचार पत्रों में विस्तृत समाचार प्रकाशित हुआ था। इस घटना के उपरान्त नये प्रकार से सॉल्वर गैंग द्वारा नकल कराने का तथ्य प्रकाश में आने पर एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई वाराणसी के निरीक्षक श्री पुनीत परिहार के नेतृत्व में टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी।
उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ एवं अभिसूचना संकलन से यह तथ्य प्रकाश में आया कि यह लोग काफी समय से प्रतियोगी परीक्षाओं में भर्ती के अवैध धंधे से जुड़े हुये हैं। इनका एक संगठित गिरोह है। इस गैंग में अमित यादव भी शामिल है, जो जी0एम0 रेलवे आफिस प्रयागराज में ग्रुप सी में सिग्नल विभाग में नौकरी करता है। अमित यादव के नैनी स्थित घर में ही धर्मराज यादव उपरोक्त रहता है। अमित यादव की पत्नी भी राजकीय मुद्रालय प्रयागराज में नौकरी करती है। अभियुक्तों से बरामद इनोवा गाड़ी अमित यादव की पत्नी के ही नाम से है।
इसी गैंग में अनिल यादव निवासी ग्राम जोपा, थाना विध्यांचल, मिर्जापुर भी शामिल है। यह भी अमित यादव के साथ रेलवे के उसी विभाग में नौकरी करता है। धर्मराज यादव का परिचय अमित से उसके पिता के माध्यम से हुआ था, वो रेलवे के रिटायर्ड कर्मचारी हैं। वर्ष 2016 में पुष्पराज सिंह पुत्र लाल सिंह नि0 सेमराकला, थाना घुरपुर, प्रयागराज के भाई मुल्कराज की रेलवे में गु्रप डी में नौकरी लगी। मुल्कराज के शैक्षणिक प्रमाण पत्र में अंकित नाम में त्रुटि थी, जिसके कारण वेतन नही मिल रहा था। वेतन के बावत पुष्पराज रेलवे जी0एम0 आफिस गया था, जहॉं उसकी मुलाकात अनिल यादव से हुई। इस प्रकरण में अनिल यादव ने पुष्पराज का सहयोग किया था, जिसके कारण दोनों में घनिष्ठता हो गयी। पुष्पराज व प्रभाकर पटेल पुत्र स्व0 छेाटेलाल पटेल नि0 मुरादपुर खिदिरपुर इस्माइलगंज थाना सोरांव प्रयागराज पूर्व से ही मित्र थे। अनिल यादव की प्रभाकर से मुलाकात पुष्पराज ने करायी। इसके बाद से इन लोगों ने मिलकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के इच्छुक अभ्यर्थियों से सम्पर्क कर मोटी रकम लेकर परीक्षा में उत्तीर्ण कराने का काम करने लगे। पुष्पराज व प्रभाकर इच्छुक अभ्यर्थियों को लाते थे और अनिल यादव एवं अमित यादव द्वारा परीक्षा में उत्तीर्ण कराने की जिम्मेदारी ली जाती थी, जिसके लिये इन लोगों द्वारा मोटी रकम वसूली जाती थी, जिससे यह लोग करोड़ो रूपये कमाये। इसी क्रम में वर्ष 2021 में उ0प्र0 पुलिस में उप निरीक्षक पद के लिये ऑन लाइन होने वाली परीक्षा में कुछ अभ्यर्थियों 15-15 लाख रूपये में परीक्षा उत्तीर्ण कराने की बात तय की गयी थी, जिसके लिये दिनांक 16-11-2021 को धर्मराज यादव 08 विग लेकर इलाहाबाद से रोडवेज बस से वाराणसी आया था। कैन्ट स्टेशन के पास कालका होटल में धर्मराज यादव ने कमरा लिया था। दिनांक 17-11-2021 को सुबह अनिल यादव पुष्पराज की स्कार्पियो गाडी से कालिका होटल आया। जहॉं पर रोहित यादव सहित 03 अभ्यर्थियों को धर्मराज यादव ने विग लगाया था। वाराणसी के चितईपुर क्षेत्र में धानूराम आनलाइन टेस्ट एण्ड कम्प्यूटर अप्लीकेशन प्रा0लि0 धर्मवीर नगर कालोनी में रोहित यादव दिनांक 17-11-2021 को विग के साथ पकडा गया था। उसके विग की उसके सिर पर सेंटिग धर्मराज यादव द्वारा होटल कालका में की गयी थी। इसी प्रकार दिनांक 23-11-2021 को प्रभाकर और पुष्पराज वाराणसी डिवाइस लगी विग लेकर आये थे और अभ्यर्थी अमन पटेल व वशिष्ठ वर्मा को लक्ष्मी लॉज में जाकर डिवाईस युक्त विग लगाये थे, किन्तु पुलिस की सर्तकता से उक्त दोनों अभ्यर्थी भी परीक्षा केन्द्र पर प्रवेश के दौरान पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था।
डिवाईस विग के माध्यम से नकल कराने के तरीके के संबंध में गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछतांछ के दौरान बताया कि डिवाईस युक्त विग अनिल यादव एवं अमित यादव द्वारा उपलब्ध कराया जाता था। अभ्यर्थी द्वारा दो मोबाइल सिम मंगाया जाता था। एक मोबाइल सिम विग डिवाईस में लगाया जाता था तथा दूसरा सिम परीक्षा केन्द्र से दूर मौजूद सॉल्वर के पास मौजूद मोबाइल फोन में लगाया जाता था। डिवाइस युक्त विग के साथ सूक्ष्म माइक्रोफोन अभ्यर्थी के कान के अन्दर लगा दिया जाता था। इसके बाद अनिल यादव व अमित यादव द्वारा सॉल्वर को ऑनलाइन प्रश्न उपलब्ध करा दिया जाता था। उक्त साल्वर द्वारा अभ्यर्थियों द्वारा उपलब्ध कराये गये सिमयुक्त मोबाइल फोन को एक साथ अपने पास रख लिया जाता था और परीक्षा प्रारम्भ होने पर ऑनलाइन उपलब्ध प्रश्नों का उत्तर एक साथ बोलता था, जिसे अभ्यर्थी अपने कॉन में लगे माइक्रोफोन की मदद से सुनकर सही उत्तर अंकित कर देते थे। विगयुक्त डिवाईस अमित यादव व अनिल यादव कहॉं से लाकर उपलब्ध कराते थे इसकी जानकारी इन लोगों को नहीं है। अमित यादव व अनिल यादव इसकी कीमत लगभग 01 लाख रूपये बताते थे। डिवाईसयुक्त विग लगाने की जानकारी धर्मराज यादव को है, जिसे अमित यादव ने लगाना सिखाया था।
गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछतांछ में यह भी उल्लेखनीय तथ्य प्रकाश में आया कि इनके द्वारा इससे कमाये गये अवैध धन को इन लोगों द्वारा रियल स्टेट में इन्वेस्ट किया जाता था। इसके लिये प्रभाकर द्वारा भैरवा इन्फ्रावर्ल्ड प्रा0लि0 नाम की कम्पनी बनायी गयी है तथा पुष्पराज द्वारा अश्वनी इन्फ्रा एण्ड टेक्चर प्रा0लि0 नाम की कम्पनी बनायी गयी है। रियल स्टेट में अनिल यादव एवं अमित यादव उपरोक्त का भी पैसा लगा है।
उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्त पुष्पराज व धर्मराज को थाना चितईपुर पर पंजीकृत मु0अ0सं0 76/21 धारा 420 भादवि व 3/9 उ0प्र0 सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम में एवं अभियुक्त प्रभाकर को थाना रोहनिया पर पंजीकृत मु0अ0सं0 514 व 515/21 धारा 420 भादवि पंजीकृत में दाखिल किया गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।