मिर्ज़ापुर
DM ने बाढ़ की संभावनाओं को लेकर हरसिंहपुर गांव में किया निरीक्षण

राहत शिविर तैयार रखने के निर्देश
मीरजापुर। गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि को देखते हुए जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने विकास खंड कोन के ग्राम हरसिंहपुर पहुंचकर संभावित बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने गंगा तट पर जाकर फसलों की स्थिति और जल स्तर के बारे में जानकारी ली। इसके बाद तिलठी स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में स्थापित बाढ़ चौकी का निरीक्षण कर कर्मचारियों की उपस्थिति और व्यवस्था की समीक्षा की।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने बाढ़ चौकियों के कर्मचारियों को सतर्क रहने और गंगा के जलस्तर पर निरंतर निगरानी रखने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी आपात स्थिति में प्रभावित लोगों को तुरंत सहायता दी जाए और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना दी जाए। सभी बाढ़ चौकियों पर आवश्यक उपकरण और सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।
उन्होंने मवैया स्थित मिश्री लाल इंटर कॉलेज में वैकल्पिक राहत शिविर के लिए विद्यालय के कक्षों का निरीक्षण किया और उप जिलाधिकारी को शीघ्र व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद की दो तहसीलें—सदर और चुनार—से गंगा नदी बहती है, जिससे किनारे बसे गांवों में बाढ़ की आशंका बनी रहती है। फिलहाल गंगा का जलस्तर 74 मीटर पर है, जबकि चेतावनी बिंदु 76.724 मीटर है। यमुना और बेतवा नदियों में बढ़े जलस्तर के कारण गंगा में जल प्रवाह तीन सेंटीमीटर प्रति घंटा की दर से बढ़ रहा है।
उन्होंने बताया कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए टीमें सक्रिय हैं और अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी बाढ़ चौकियों और राहत शिविरों को तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं।
हरसिंहपुर, मल्लेपुर, तिलठी और मवैया में जिलाधिकारी ने खुद मौके पर जाकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कुल 37 बाढ़ चौकियां और 15 से अधिक राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां शिफ्टवार कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा ग्राम प्रधानों और तहसील व जनपद स्तरीय कंट्रोल रूम को भी सक्रिय कर दिया गया है।
सिंचाई, बिजली, राजस्व और विकास विभागों के अधिकारियों को समन्वय बनाकर सभी तैयारियां पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी अजय कुमार सिंह, उप जिलाधिकारी गुलाब चन्द्र, खंड विकास अधिकारी सहित कई अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।