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शिक्षा

BHU की डिग्रियों में रहेगा एंटी-कॉपी फीचर, नहीं दिखेगा हस्ताक्षर

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वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में इस वर्ष लगभग 20 हजार छात्र-छात्राओं को उपाधियां प्रदान की जाएंगी। इनमें यूजी, पीजी और पीएचडी पाठ्यक्रमों के विद्यार्थी शामिल हैं। फर्जी डिग्रियों पर रोक लगाने के लिए विश्वविद्यालय ने डिग्रियों में चार स्तरीय सुरक्षा प्रणाली लागू की है।

नई डिग्रियों में एंटी फोटोकॉपी फीचर जोड़ा गया है, जिससे उनकी हूबहू नकल नहीं की जा सकेगी। यदि कोई डिग्री की फोटोकॉपी करवाने की कोशिश करेगा तो उस पर अपने आप “फोटोकॉपी” शब्द अंकित हो जाएगा, जबकि मूल प्रति पर ऐसा कुछ नहीं दिखेगा।

इसके अलावा, हर डिग्री पर छिपा हुआ डिजिटल हस्ताक्षर और यूवी थ्रेड भी होगा। विश्वविद्यालय का लोगो पराबैंगनी स्याही (यूवी इंक) से बनाया जाएगा, जिसे केवल विशेष लेज़र लाइट से देखा जा सकेगा। डिग्री ए-4 साइज के हल्के क्रीम रंग के कागज पर होगी, जिस पर बीएचयू का वाटरमार्क और नीचे रंगीन लोगो अंकित रहेगा।

बीएचयू परीक्षा नियंता कार्यालय ने इन नई डिग्रियों के प्रकाशन की तैयारियां पूरी कर ली हैं। विश्वविद्यालय का 105वां दीक्षांत समारोह आगामी 12 दिसंबर 2025 को स्वतंत्रता भवन में आयोजित किया जाएगा। समारोह में 475 से अधिक मेधावी छात्रों को गोल्ड मेडल प्रदान किए जाएंगे, जबकि विश्वविद्यालय स्तर पर 35 टॉपर्स को मंच से सम्मानित किया जाएगा।

हाल ही में हुई एकेडमिक काउंसिल की बैठक में दीक्षांत समारोह से संबंधित कई प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई। समारोह के दौरान विश्वविद्यालय के विभिन्न परिसरों में भी डिग्रियों का वितरण किया जाएगा।

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