वाराणसी
आंगनबाड़ी कर्मचारी कल्याण एसोसिएशन ने शास्त्री घाट पर किया धरना प्रदर्शन
वाराणसी। उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी कल्याण एसोसिएशन द्वारा बुधवार वाराणसी के शास्त्री घाट पर किया गया धरना प्रदर्शन किया। धरना की अध्यक्षता कर रहे बाबूलाल मोर्या प्रांतीय संरक्षक एवं जिला अध्यक्ष उत्तर प्रदेश आंगनबाड़ी कर्मचारी कल्याण एसोसिएशन वाराणसी में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं सहायिकाओं को संबोधित करते हुए बताया कि मां एवं बच्चों की संपूर्ण दायित्व उठाने वाली आंगनबाड़ी महिलाओं का मानदेय सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी से भी कम दिया जाता है, जिसके कारण आंगनबाड़ी सामाजिक मानसिक एवं आर्थिक रूप से शोषित एवं पीड़ित हो रही हैं।
उन्होंने कहा कि कार्य एवं दायित्व की सेवा नियमावली बनाए बगैर मनमाने ढंग से विभागीय कार्यों के अतिरिक्त अन्य विभाग का भी कार्य दबाव बनाकर कराया जाता है। विरोध करने पर सेवा समाप्ति की धमकी दी जाती है, जिसका एसोसिएशन घोर विरोध एवं निंदा करता है।साथ ही श्री मौर्य ने कहा कि विधान सभा चुनाव 2017 के लोक कल्याण संकल्प पत्र घोषणापत्र में पेज संख्या 18 पर भाजपा ने वादा किया था कि प्रदेश में आंगनबाड़ी सहायिकाओं मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं आंगनवाडी कार्यकत्रियों के मानदेय में वृद्धि एवं सेवा शर्तों में सुधार अति आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि सरकार में आने के बाद एक समिति का गठन कर 120 दिनों में इनकी रिपोर्ट के आधार पर उनका मानदेय में वृद्धि की जाएगी लेकिन आज तक मानदेय में वृद्धि नहीं की गई बल्कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के 62 वर्ष के सेवा उपरांत बिना एकमुश्त फंड एवं पेंशन दिए सेवा निवृत करने का आदेश दे दिया, जो जन विरोधी और व्यक्ति के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है, जिससे भाजपा के झूठे वादे का असली चेहरा बेकर नकाब हो गया। सरकार से पुनः वादा पूरा करने की मांग को दोहराया जाता है। धरने में मुख्य रूप से रामचंद्र गुप्ता, संयोगिता कुमारी, विजय कुमार पांडेय, राम बदन यादव, सोनी, गीता सिंह, शकुंतला यादव, संजय सिंह, रामगोपाल, अंबिका सेठ आदि मौजूद थे।