गाजीपुर
एसवीपीएल कंपनी के नाम पर लाखों की ठगी, अभिकर्ता फरार
कई गांवों की जनता बनी ठगी का शिकार
गाजीपुर (मखदुमपुर)। SVPL कंपनी के अभिकर्ता के रूप में धन को दोगुना करने का झांसा देकर क्षेत्र की जनता से लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी विनोद राजभर, पुत्र रामबचन राजभर, निवासी ग्राम पिपनार महापुर (गाजीपुर), अपने मूल निवास क्षेत्र और आसपास के गांवों में उच्च ब्याज दर का लालच देकर एक से पांच वर्ष तक की अवधि के लिए नियमित रूप से 50 से 200 रुपये तक की धनराशि जमा करवाता था।
कई गांवों की जनता बनी ठगी का शिकार
विनोद राजभर ने महापुर, मखदुमपुर, भीमापार, खिदिरगंज, मई इटैली, रामनगर, सिधौना और मेहनाजपुर जैसे क्षेत्रों में सैकड़ों लोगों से धनराशि जमा करवाई। इसके अलावा, अपने ननिहाल रामनगर और मेहनाजपुर (आजमगढ़) के आसपास के क्षेत्रों में भी उसने इसी तरह का जाल फैलाया। वह समयावधि पूरी होने पर फिक्स डिपॉजिट के नाम पर पैसा पुनः जमा करवाता था और पासबुक लेकर कोई न कोई तकनीकी बहाना बनाकर भुगतान टालता रहा।
अचानक गायब हुआ अभिकर्ता
कुछ दिनों पहले विनोद राजभर अचानक फरार हो गया। जब लोगों ने उससे संपर्क करने की कोशिश की, तो उसका कोई अता-पता नहीं मिला। पहले तो लोगों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन जब ठगी की असलियत सामने आई, तो उनके होश उड़ गए। इस घटना से प्रभावित लोगों में भारी आक्रोश फैल गया है।
पीड़ितों का कहना है कि विनोद राजभर ने उनकी मेहनत की कमाई लूटकर गायब हो जाने की योजना पहले से बना रखी थी। अब सैकड़ों ग्रामीण, जिनका पैसा डूब चुका है, धरना-प्रदर्शन और कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं।
प्रभावित ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यह ठगी किसी एक व्यक्ति की समस्या नहीं है, बल्कि सैकड़ों परिवारों की गाढ़ी कमाई दांव पर लग चुकी है। अगर समय रहते आरोपी को गिरफ्तार कर धन की वसूली नहीं की गई, तो व्यापक आंदोलन किया जाएगा। ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन से अपील की है कि आरोपी विनोद राजभर को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लोगों का पैसा वापस दिलाया जाए।
यह मामला गाजीपुर और आजमगढ़ के ग्रामीण इलाकों में चर्चा का विषय बन चुका है। ठगी का यह मामला उन लोगों के लिए सबक है, जो जल्दी पैसा दोगुना करने के लालच में अपनी मेहनत की कमाई गलत जगह निवेश कर देते हैं।
