मऊ
मधुमक्खी पालन और मशरूम उत्पादन को बढ़ावा, पांच किसानों को मिला अनुदान
मऊ में उद्यान विभाग द्वारा किसानों को आधुनिक कृषि पद्धतियों और सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की गई है। राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत 250 किसानों को प्रशिक्षण और प्रायोगिक जानकारी दी जा रही है। यह प्रशिक्षण 30 दिसंबर, 2024 से 18 जनवरी, 2025 तक कृषि विज्ञान केंद्र मऊ और प्रगतिशील किसानों के खेतों पर आयोजित किया जा रहा है।
प्रशिक्षण सत्र में मुख्य रूप से विपरीत मौसम में शाकभाजी उत्पादन, ग्रीन हाउस खेती, ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई तकनीक, कृषि को उद्योग के रूप में स्थापित करने और निर्यात केंद्रित खेती पर विशेष जानकारी दी गई। कृषि विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञों ने मृदा स्वास्थ्य, जैविक खेती, कीट नियंत्रण और स्ट्रॉबेरी व ड्रैगन फ्रूट जैसी नई फसलों की खेती पर किसानों को प्रशिक्षण दिया।
जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य किसानों की उत्पादकता और आय बढ़ाना है। पारंपरिक फसलों की जगह अधिक आय देने वाली नई फसलों को अपनाने और तकनीकी ज्ञान से किसानों को सशक्त बनाया जा रहा है। इस सीजन में 555 हेक्टेयर में शाकभाजी, बागवानी, पुष्प और मसाला खेती का विस्तार किया जा रहा है जिसमें 70 हेक्टेयर अनुसूचित जाति और जनजाति किसानों के लिए आरक्षित है।
किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीज और पौधों के साथ-साथ मशरूम उत्पादन और मधुमक्खी पालन के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। अब तक मधुमक्खी पालन से पांच किसान जुड़ चुके हैं और उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम में विशेषज्ञों और विभागीय अधिकारियों ने नियमित भागीदारी की है।
