मिर्ज़ापुर
मंडलायुक्त की अध्यक्षता में मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक संपन्न
मिर्जापुर। मंडलायुक्त विन्ध्याचल मंडल, डॉ. मुथुकुमार स्वामी बी. की अध्यक्षता में आयुक्त कार्यालय सभागार, मीरजापुर में मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में राजेश कुमार वर्मा, संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) मीरजापुर एवं सचिव, मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति, विंध्याचल मंडल ने सड़क सुरक्षा के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की।
बैठक में जिलों में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए परिवहन विभाग, यातायात विभाग, शिक्षा विभाग, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग और अन्य संबंधित एजेंसियों के बीच समन्वय स्थापित करने के प्रयासों पर जोर दिया गया। वर्ष 2024 में सड़क दुर्घटनाओं और मृतकों की संख्या की विस्तृत समीक्षा की गई, जिसमें पिछले साल की तुलना में कमी आई है। बैठक में मंडलायुक्त ने इस गिरावट पर संतोष व्यक्त करते हुए आगे और सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया।

मंडलायुक्त ने सड़क निर्माण एजेंसियों द्वारा अपेक्षित सुधारात्मक कार्यवाही नहीं किए जाने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए, उन्हें शीघ्र सुधारात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रत्येक ब्लैक स्पॉट पर एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस तैनात करने के लिए एनएचएआई, उपसा, लोक निर्माण विभाग और स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया, ताकि दुर्घटनाग्रस्त क्षेत्रों में मोबाइल क्लीनिक की व्यवस्था भी सुनिश्चित हो सके।
स्वास्थ्य विभाग और एनएचएआई के आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर 108 और 1033 को एकीकृत आपातकालीन व्यवस्था के तहत पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 से जोड़े जाने के लिए संबंधित विभागों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। एंबुलेंस की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए निजी अस्पतालों से भी सहयोग लेने की बात कही गई।

सड़क दुर्घटनाओं के हॉटस्पॉट क्षेत्रों में रंबल-स्ट्रीप, सूचना बोर्ड, रिफ्लेक्टिव टेप और लेन पेंटिंग लगाने के लिए संबंधित सड़क निर्माण एजेंसियों को निर्देशित किया गया, साथ ही महाकुंभ मेला प्रारंभ होने से एक सप्ताह पूर्व सभी सुधारात्मक कार्य पूरे करने के आदेश दिए गए।

नगर पालिका मीरजापुर और लोक निर्माण विभाग को भरूहना से मेडिकल कॉलेज तक सड़क के किनारे अतिक्रमण हटाने और अतिक्रमण मुक्त पाथवे विकसित करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने सड़क चैड़ीकरण के बाद विद्युत खंभों को सड़क के किनारे नहीं स्थानांतरित करने पर नाराजगी व्यक्त की और शीघ्र कार्यवाही के आदेश दिए गए।

मंडलायुक्त ने सड़क किनारे मालवाहन वाहनों के खड़े होने पर भी कड़ी नाराजगी जताई और पुलिस व परिवहन विभाग को इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। ट्रैक्टर-ट्रालियों से यात्री परिवहन को रोकने के लिए ग्राम प्रधानों के साथ बैठक कर सहयोग लेने और अभियान चलाकर ट्रैक्टर-ट्रालियों पर रिफ्लेक्टिव टेप लगाने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
पुलिस विभाग को जन-जागरूकता अभियान चलाने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से निर्देशित किया गया, जबकि बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग को छात्रों को सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में प्रमुख रूप से उदयबीर सिंह, संभागीय परिवहन अधिकारी मीरजापुर, डॉ. शोभना दुबे, अपर निदेशक स्वास्थ्य, उदयभान, संयुक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा, डी.के. सिंह, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग मीरजापुर, नितेश सिंह, पुलिस अधीक्षक नगर मीरजापुर, ए.के. पांडेय, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग, विजय प्रकाश सिंह, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) मीरजापुर, विवेक जावला, क्षेत्राधिकारी नगर मीरजापुर, अनिल कुमार वर्मा, बेसिक शिक्षा अधिकारी मीरजापुर, कल्पना श्रीवास्तव, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम मीरजापुर, गोवा लाल, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका मीरजापुर, ए.के. सिंह, सहायक अभियंता एनएचआई मीरजापुर, अनुज श्रीवास्तव, वरिष्ठ सहायक प्रभारी सड़क परिवहन विभाग, नितिन श्रीवास्तव, समन्वयक एनआईसी मीरजापुर, और उत्तर प्रदेश मोटर ट्रांसपोर्ट यूनियन के मंडल अध्यक्ष व उपाध्यक्ष उपस्थित थे।
