अपराध
वाराणसी: भेलूपुर के पूर्व सीओ अमरेश सिंह बघेल बर्खास्त, घोसी सांसद दुष्कर्म प्रकरण में हुई कार्रवाई
वाराणसी। दुष्कर्म के आरोपी घोसी सांसद अतुल राय और पीड़िता के आत्मदाह प्रकरण में जेल में बंद निलंबित डीएसपी (वाराणसी, भेलूपुर के पूर्व सीओ) अमरेश सिंह बघेल को शासन ने बर्खास्त कर दिया। मंगलवार को हुई इस कार्रवाई के बाद से स्थानीय पुलिस अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है।
बता दें कि दुष्कर्म पीड़िता को आत्मदाह के लिए उकसाने के आरोप में पूर्व सीओ अमरेश सिंह बघेल को वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने 30 सितंबर को बाराबंकी के हैदरगढ़ डाफी टोल प्लाजा के पास से गिरफ्तार किया था। अमरेश सिंह बघेल को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया था, जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था।
मालूम हो कि देवरिया निवासी अमरेश सिंह बघेल ने वाराणसी के भेलूपुर सर्किल में सीओ पद पर रहते हुए दुष्कर्म के आरोपी घोसी सांसद अतुल राय को क्लीन चिट दी थी और मुकदमे में फिर से विवेचना की संस्तुति की थी। इसके बाद पुलिस महकमे में इस पर काफी हो हल्ला मचा तो शासन ने अमरेश सिंह बघेल को निलंबित करते हुए प्रयागराज के आईजी रेंज को जांच सौंपी थी।
स्थानीय एवं तत्कालीन अफसरों में हड़कंप:
अमरेश सिंह बघेल की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी से तत्कालीन पुलिस अफसरों में हड़कंप मच गया है। तत्कालीन काशी जोन के एडीसीपी रह चुके विकास चन्द्र त्रिपाठी भी एसआइटी की जांच के बाद से निलंबित चल रहे हैं। वहीं, एसएसपी अमित पाठक पर भी पीड़िता ने काफी आरोप लगाए थे। इसके बाद से गाजियाबाद एसएसपी अमित पाठक को हटाकर मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है। उक्त दोनों अधिकारियों के खिलाफ भी जांच चल रही है।
16 अगस्त को पीड़िता ने किया था आत्मदाह:
पीड़िता एवं उसके गवाह साथी ने अपने खिलाफ मुकदमे दर्ज होने और पुलिस द्वारा घेरे जाने से क्षुब्ध होकर ही 16 अगस्त को नई दिल्ली स्थित सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह किया था। इसी आधार पर एसआईटी ने जांच की। वाराणसी पुलिस आयुक्त के गोपनीय पत्र पर डीसीपी काशी ने आख्या लगाई और लंका थाने में अमरेश सिंह बघेल पर आत्महत्या के लिए उकसाने सहित लोकसेवक पद की गरिमा धूमिल करने सहित अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज हुआ था।