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ईरान को परमाणु ताकत नहीं बनने देगा इजरायल: बेंजामिन नेतन्याहू
तेल अवीव: ईरान और इस्राइल के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सख्त लहजे में कहा है कि उनका देश ईरान को परमाणु ताकत नहीं बनने देगा। एक अक्तूबर को ईरान द्वारा इस्राइल पर मिसाइल हमले के जवाब में नेतन्याहू ने यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि ईरान को इस आक्रामकता की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
इस्राइल के पूर्व प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने भी ईरान के हमले को अवसर के रूप में देखते हुए सुझाव दिया कि यह सही समय है जब इस्राइल को ईरान के परमाणु कार्यक्रम को ध्वस्त करना चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि इस्राइल को ईरान के ऊर्जा इन्फ्रास्ट्रक्चर पर हमला करके उसकी आर्थिक क्षमताओं को भी कमजोर करना चाहिए।
शनिवार रात इजराइल ने ईरान पर जवाबी हमला किया, लेकिन उसके परमाणु कार्यक्रम या ऊर्जा इन्फ्रास्ट्रक्चर को निशाना नहीं बनाया। यह स्पष्ट नहीं है कि इजराइल की रणनीति क्या है, लेकिन नेतन्याहू ने अपनी दृढ़ता से यह संदेश दिया है कि इजराइल किसी भी हालत में ईरान को परमाणु हथियार विकसित नहीं करने देगा।
ईरान ने इजराइल को दी जवाबी कार्रवाई की चेतावनी
इजराइल के हालिया हमलों के बाद, ईरान ने कड़ी प्रतिक्रिया देने का संकेत दिया है। सोमवार को ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बघाई ने एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यदि इजराइल अपने आक्रामक रवैये से पीछे नहीं हटता है, तो ईरान हरसंभव संसाधनों का उपयोग कर उसे जवाब देगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि जवाब की प्रकृति इजराइल के हमले की गंभीरता पर निर्भर करेगी, हालांकि उन्होंने इसके संभावित तरीकों पर कोई विस्तृत जानकारी साझा नहीं की।
इस मामले में ईरान के सुप्रीम नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने भी इजराइल को सख्त चेतावनी दी है। खामनेई ने अपने बयान में कहा कि इजराइल को ईरान की ताकत का एहसास कराने के लिए सभी विकल्प खुले हैं और इस हमले का बदला लेने का पूरा अधिकार ईरानी अधिकारियों के पास होना चाहिए।