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चेन्नई : वायु सेना के विमानों ने आसमान में दिखाये करतब, दर्शक हुए रोमांचित
तेजस, सुखोई-30 एमकेआई और पिलाटस ने अपनी अद्भुत हवाई कलाबाजियों से दर्शकों को रोमांचित किया
भारतीय वायु सेना ने अपनी 92वीं वर्षगांठ पर मंगलवार को चेन्नई के तांबरम स्टेशन पर वायु शक्ति और ‘आत्मनिर्भरता’ के संकल्प का प्रदर्शन किया। परेड का आरंभ राष्ट्रपति ध्वज के साथ मार्चिंग-इन से हुआ। तीनों सेनाओं के बैंड ने देशभक्ति से भरे संगीत के साथ इस अवसर को और भी खास बना दिया। विभिन्न विमानों जैसे तेजस, सुखोई-30 एमकेआई और पिलाटस ने अपनी अद्भुत हवाई कलाबाजियों से दर्शकों को रोमांचित किया। सूर्यकिरण एयरोबेटिक्स टीम और सारंग हेलीकॉप्टर टीम ने भी अपने प्रदर्शन से उपस्थित लोगों का मन मोह लिया और चेन्नई का आकाश तिरंगे के रंगों से भर गया।
वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने औपचारिक परेड की समीक्षा करने के बाद संबोधन किया। उन्होंने भारतीय वायु सेना को किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहने पर जोर दिया जो कि राष्ट्रीय हितों को चुनौती दे सकती है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक सुरक्षा का मौजूदा वातावरण तेजी से बदल रहा है और चल रहे संघर्षों ने यह साबित कर दिया है कि एक सशक्त और सक्षम वायु सेना की आवश्यकता है। एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने यह भी बताया कि हाल के वर्षों में भारतीय वायु सेना ने उन्नत तकनीक का उपयोग कर अपनी क्षमताओं में सुधार किया है।
इस दिन को वायु सेना प्रमुख ने वायु सेना के सैनिकों के लिए राष्ट्र सेवा में पुनः समर्पण, आत्मविश्लेषण और भविष्य की चुनौतियों के लिए खुद को तैयार करने का एक महत्वपूर्ण अवसर बताया। उन्होंने पिछले वर्ष की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय वायु सेना ने विभिन्न मोर्चों पर अपनी दक्षता साबित की है। फरवरी 2024 में पोखरण रेंज में आयोजित ‘वायु शक्ति’ अभ्यास के दौरान इन क्षमताओं का प्रदर्शन हुआ। इसके अलावा उन्होंने रक्षा अनुसंधान एवं विकास और उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को प्राथमिकता दी।
एयर चीफ मार्शल ने इस वर्ष भारतीय वायु सेना की द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सैन्य अभ्यासों में भागीदारी का विस्तार करने का भी उल्लेख किया। उन्होंने भारत की धरती पर आयोजित सबसे बड़े बहुराष्ट्रीय अभ्यास ‘तरंग शक्ति’ की सफलता को भारतीय वायु शक्ति की सक्षमता का प्रतीक बताया। पिछले वर्ष के दौरान, भारतीय वायु सेना ने विभिन्न अभियानों में भाग लिया और देश के भीतर तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानवीय सहायता और आपदा राहत के कार्यों में अग्रणी रही है।