वाराणसी
गिरजाघर चौराहे पर रोप-वे निर्माण बना राहगीरों के लिए मुसीबत
वाराणसी। रोप-वे का निर्माण कर रही कार्यदायी संस्था ने शहर के सबसे व्यस्ततम चौराहों में एक गिरजाघर चौराहे के आधे रास्ते को करीब दो महीने से बंद कर रखा है। चौराहे से प्रतिदिन हजारों लोग रोज गुजरते हैं। इससे पूरे दिन वहां जाम लगा रहता है और उसका असर नई सड़क-गोदौलिया चौराहे और उससे जुड़ी सड़कों पर भी दिखाई देता है। यहां रोप-वे के पिलर का निर्माण किया जाना है, हालांकि अभी तक निर्माण कार्य भी शुरु नहीं हो सका है।
तो वहीं अभी तक जलकल, बिजली और पेयजल से जुड़े विभाग वहां से शिफ्टिंग का कार्य ही कर रहे हैं। कार्यदायी संस्था ने सावन शुरु होने से पहले ही यहां खोदाई कर निर्माण कार्य शुरू कर दिया था। उसी दौरान कांवड़िया भी आने लगे और शिवभक्त भी मंदिर पहुंच रहे थे तो हर समय भीषण जाम की स्थिति रही। अब करीब दो महीने बीतने को हैं मगर वहां अब तक पिलर निर्माण का काम ही नहीं शुरु हुआ है। काम की रफ्तार देखते हुए अभी करीब अगले दो महीने तक यहां दोनों लेन शुरू होने की उम्मीद नहीं है। कार्यदायी संस्था से जुड़े एक इंजीनियर ने बताया कि यहां पिलर का निर्माण होना है और अभी तक सीवर, जलकल और बिजली विभाग ने लाइनें ही नहीं शिफ्ट कर पाई हैं। इस संबंध में कई बार उच्चाधिकारियों को भी बताया गया है कि इस वजह से काम में देरी हो रही है।
कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि देव दीपावली तक रोपवे की एक लाइन को शुरू करने की तैयारी है। काम में तेजी लाकर इसे पूरा कराया जाएगा। प्रशासन देव दिवाली तक रोपवे की एक लेन शुरू करा देना चाहते है। इसमें कैंट से विद्यापीठ, विद्यापीठ से रथयात्रा और रथयात्रा से लक्सा होते हुए गिरजाघर और यहां से गोदौलिया तक जाएगी। यहां तक इसका असर व्यापार को प्रभावित कर रहा और कोई सुनवाई नहीं हैं। इस लेन से जुड़े व्यापारियों के लिए भी बड़ा संकट बन गया है। उनका व्यापार लगभग चौपट हो गया है। उनका कहना है कि दो महीने से वह दुकान का किराया जेब से भर रहे हैं यहां तक कि बोहनी होना भी मुश्किल हो जाता है।