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अपराध

पुरोहित को डिजिटल अरेस्ट कर लाखों की ठगी

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रिपोर्ट – अंजली मिश्रा

वाराणसी। भेलूपुर थाना क्षेत्र के सोनारपुरा निवासी निहार पुरोहित को मुंबई में फर्जी केस का हवाला देकर साइबर अपराधियों ने 28 लाख 75 हजार 17 रुपये ठग लिया। एफआईआर और गिरफ्तारी का डर दिखाकर तीन दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा, वीडियो कॉल कर घर से निकलने पर रोक लगा दी। दूसरे शब्दों में कहें तो एक तरह से डिजिटल अरेस्ट कर लिया था। पुरोहित के बाहर निकलने और किसी से मिलने पर गिरफ्तारी का डर दिखाया। मोबाइल और लैपटॉप पर स्काइप एप डाउनलोड कराकर जांच के बहाने खातों का पासवर्ड ले लिया फिर खाते से सारी नगदी निकाल ली। ठगी का शिकार होने के बाद निहार पुलिस स्टेशन पहुंचा और पूरा घटनाक्रम बताया।

पीड़ित व्यक्ति ने ट्राई, पुलिस और सीबीआई के नाम पर साइबर फ्रॉड की शिकायत करते हुए केस दर्ज कराया है। उसने पुलिस को बताया कि तीन दिन पहले एक कॉल आई, दूसरी तरफ के कॉलर ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताया । उसने कहा कि आपके आधार कार्ड से एक सिम मुंबई में खरीदा गया। इससे बड़े स्कैम किए गए और पुलिस को उत्पीड़न और अश्लील मैसेज की कई शिकायतें मिली हैं। मुंबई फोर्ट पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज है।

निहार ने बताया कि उन्होंने कॉलर से कहा कि वह मुंबई नहीं गया और कोई सिम नहीं खरीदा। इस पर कथित ट्राई के अधिकारी ने पुलिस स्टेशन में कॉल कनेक्ट कर किसी पुलिस अधिकारी से बात कराई और तीन दिन तक घर से निकलने के लिए मना किया। मोबाइल और लैपटॉप पर स्काइप एप डाउनलोड कराकर वीडियो कॉल पर बताया कि आपको घर में अरेस्ट किया जाता है। इसके बाद वह लगातार फोन और मैसेज करता रहा और किसी से बात नहीं करने दी। आरोप लगाया कि आपका संबंध नरेश गोयल केस से है और यह बहुत बड़ा मनी लांड्रिंग का स्कैम है।

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फिर उन लोगों कथित सीबीआई अधिकारी से बात कराई और गिरफ्तारी का वारंट स्काइप पर भेजा। बैंक खातों को आरबीआई से वैरीफाई कराने के लिए लॉगिन कराया और पासवर्ड ले लिया। इसके बाद खाते से 28 लाख 75 हजार 17 रुपये निकाल लिए। पुलिस ने तहरीर पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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