वाराणसी
काशीवासियों ने अपने सांसद का किया जोरदार स्वागत
तीसरी बार भी भारी मतों से जिताने के लिए जनता ने कसी कमर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान लगभग 22 घंटे तक अपने संसदीय क्षेत्र काशी में रहे। इस दौरान उन्होंने सोमवार को लंका से काशी विश्वनाथ धाम तक रोड शो किया। ढाई घंटे के रोड शो के दौरान काशी की जनता सड़कों पर उमड़ पड़ी थी। दोनों तरफ लोगों ने अपने प्रिय सांसद और देश के प्रधानमंत्री का जोरदार स्वागत किया। जगह-जगह फूलों की वर्षा की गई तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन से चुनावी माहौल काशी के रंग में रंग गया। विश्वनाथ मंदिर में मत्था टेकने के बाद पीएम मोदी सड़क मार्ग से बरेका गेस्ट हाउस पहुंचे और रात्रि विश्राम किया।
दूसरे दिन मंगलवार को पूर्वाह्न 9:30 बजे प्रधानमंत्री दशाश्वमेध घाट पहुंचे जहां आधा दर्जन ब्राह्मणों ने 20 मिनट तक उनका विधिवत पूजन कराया। पीएम मोदी ने मां गंगा की आरती भी उतारी। गंगा पूजन के बाद प्रधानमंत्री दशाश्वमेध घाट से क्रूज पर सवार होकर नमो घाट पहुंचे। जहां से वह काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव का दर्शन करने मंदिर में पहुंचे। वहां विधिवत दर्शन-पूजन करने के बाद प्रधानमंत्री का काफिला जिला कलेक्ट्रेट परिसर पहुंचा।
इस दौरान चिलचिलाती धूप में सड़क के दोनों तरफ लोग उनका अभिवादन करने के लिए बेसब्री से घंटों इंतजार करते हुए दिखे और हाथ हिलाकर अपने प्रिय सांसद का अभिवादन किया। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिजीत मुहूर्त में 11:40 पर पुष्य नक्षत्र में चार सेटों में नामांकन दाखिल किया। इस दौरान जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने स्वयं रिटर्निंग ऑफिसर के रूप में मौजूद थे और उन्होंने प्रधानमंत्री का नामांकन पत्र स्वीकार किया।
मंगलवार को 11:40 बजे से 12:15 बजे तक नामांकन का शुभ मुहूर्त रहा जिसमें सभी ग्रह एक साथ थे। ऐसा गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने बताया था। वहां से वह सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर पहुंचे जहां प्रबुद्धजनों के साथ संवाद किया। इसके बाद प्रधानमंत्री वापस सड़क मार्ग से बाबतपुर हवाईअड्डा लौट गए।
इस दौरान लोगों को यातायात की समस्या भी झेलनी पड़ी क्योंकि पुलिस ने हर तरफ रूट डायवर्जन कर रखा था। प्रधानमंत्री के नामांकन में शामिल होने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत 12 राज्यों में जहां-जहां भाजपा अथवा एनडीए के मुख्यमंत्री हैं वह काशी आए थे और प्रधानमंत्री के नामांकन का गवाह बने।