अपराध
वाराणसी में डेंगू की शिकार युवती से पैरामेडिकल स्टाफ ने की छेड़खानी, डॉक्टर ने नहीं सुनी शिकायत

वाराणस। शहर में डेंगू का प्रकोप बड़ी तेजी से फ़ैल रहा है। डेंगू के शिकार लोग शारीरिक रूप से कमजोर हो रहें हैं तो वहीं उनके परिजन आर्थिक रूप से कमजोर हो रहे हैं। अब डेंगू के मरीज की इस नयी शिकायत से प्राइवेट अस्पतालों में किस प्रकार से शोषण हो रहा है इसकी एक बानगी देखी जा सकती है।
साकेत नगर निवासी युवती गुरुधाम कॉलोनी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती होकर डेंगू का इलाज करा रही थी। आरोप है कि वह बीते दो सितम्बर को भाई के साथ अस्पताल में थी। पैरामेडिकल स्टाफ ने युवती के भाई को दवा के लिए भेज दिया और बीपी, पल्स चेक करने लगा। आरोप है कि वह धीरे-धीरे युवती को गलत जगह पर छुआ। उस व्यक्ति के ऐसा करने से वह बुरी तरह डिस्टर्ब हो गई।
पीड़िता के पिता का कहना है कि वाराणसी हॉस्पिटल में भर्ती उनकी बिटिया से गलत हरकत करने वाले पैरामेडिकल स्टाफ की शिकायत डॉ. चांदनी से की गई, जिन्होंने मनीष जिंदल से बात कहने की बात की। युवती राउंड पर आए डॉ. मनीष जिंदल से शिकायत की। युवती का कहना है कि चिकित्सक ऐसा समझाने लगे जैसे हमें कोई वहम हो, उसने कुछ किया ही नहीं। इसके बाद उसके पापा ने भी डॉ. मनीष जिंदल से शिकायत की लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया।
गलत हरकत करने वाले स्टाफ पर हो कार्रवाई:
युवती ने बताया कि वह और उसके पापा ने हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन से सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग मांगी। ताकि उस व्यक्ति को वह पहचान सके। इस संबंध में हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन ने अच्छे से सहयोग नहीं किया। युवती ने बताया कि इस घटनाक्रम से वह बेहद ही दुखी है और गलत हरकत करने वाले व्यक्ति के खिलाफ वह कानूनी कार्रवाई चाहती है। इस संबंध में इंस्पेक्टर भेलूपुर ने बताया कि युवती की तहरीर के आधार पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। प्रकरण की जांच कराई जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।