वाराणसी
मेरा माटी मेरा देश अभियान के अंतर्गत अमृत कलश यात्रा
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी: “मेरी माटी मेरा देश” अभियान के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा अमृत कलश यात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा का शुभारंभ माननीय कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी एवं कुलसचिव डॉ. सुनीता पांडे के द्वारा किया गया। इस योजना के अंतर्गत छात्र अपने घरों से थोड़ी मिट्टी और चावल लेकर आए । फिर इस मिट्टी या चावल को अमृत कलश में एकत्र किया गया । प्रशासनिक अधिकारियों, अध्यापको, कर्मचारियो एवं छात्रों द्वारा मिट्टी और चावल को कलश में एकत्रित करने के पश्चात पंच प्रण प्रतिज्ञा माननीय कुलपति जी द्वारा दिलाई गई। जो इस प्रकार है
“1-मैं एक विकसित भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभाने की प्रतिज्ञा करता हूं।मैं औपनिवेशिक मानसिकता के किसी भी निशान को हटाने की प्रतिज्ञा करता हूं।
2-मैं अपनी समृद्धि, सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और संरक्षित करने में गर्व महसूस करने की प्रतिज्ञा करता हूं।
3-मैं देश की एकता और एकजुटता के लिए प्रयास करने की प्रतिज्ञा करता हूं।
4–मैं अपने प्रति अपने कर्तव्य एवं उत्तरदायित्व को पूरा करने की प्रतिज्ञा करता हूं ।
5-मैं हमारे देश के बहादुरों के बलिदान का सम्मान करने और देश की रक्षा और प्रगति के लिए खुद को समर्पित करने की प्रतिज्ञा करता हूं।”
पंच प्रण प्रतिज्ञा के बाद यह अमृत कलश यात्रा पंत प्रशासनिक भवन के सामने से प्रारंभ होकर डॉ. भगवान दास अमृत वाटिका तक पहुंची। इस अमृत वाटिका में डॉ.भगवान दास के नाम का शिलाफलकम की स्थापना भी की जाएगी। इस अमृत वाटिका में 75 स्वदेशी पौधों को लगाया जाएगा। आज माननीय कुलपति जी द्वारा पौधा रोपण कर इस कार्य का शुभारंभ किया गया। साथ ही कुलसचिव, उपकुलसचिव, कुलानुशासक, राष्ट्रीय सेवा योजना के समन्वयक डॉ. रविंद्र कुमार गौतम आदि अनेक अध्यापकों द्वारा पौधा रोपण किया गया। मेरा माटी मेरा देश अभियान के अंतर्गत कलश यात्रा कार्यक्रम का नेतृत्व डॉ.पारिजात सौरभ के नेतृत्व में किया गया। इस दौरान उपकुलसचिव श्री हरीश चन्द्र, कुलानुशासक प्रोफेसर अमिता सिंह, प्रोफेसर संजय, प्रोफेसर एम.एम. वर्मा प्रोफेसर रमाकांत सिंह, प्रोफेसर भावना वर्मा,प्रोफेसर निमिषा गुप्ता, प्रोफेसर बृजेश कुमार सिंह, डॉ. अनीता, डॉ. संदीप गिरी, डॉ. अंजना वर्मा, डॉ. विजेंद्र प्रताप, डॉ, राकेश तिवारी, डॉ. शैलेश कुमार, डॉ. अंबुज मिश्रा, डॉ. बालरूप यादव, डॉ. ध्यानेंद्र मिश्रा, डॉ. शशि प्रकाश आदि अनेक अध्यापक, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी व कर्मचारी गण एवं स्वयंसेवक उपस्थित रहें।
