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अपराध

भेलूपुर में हुए अपहरण व हत्या का हुआ खुलासा

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वाराणसी : 14.15 जनवरी की रात्रि में वादी मुकदमा फैजान आलम पुत्र महमुद आलम निवासी बी 11 / ए1 आहाता रोहीला थाना भेलूपुर वाराणसी ने अपने पिता महमूद आलम के अपहरण के आशंका बताते हुए तहरीरी सूचना दी। बादी मुकदमा की तहरीर के आधार पर मु0अ0सं016/2023 धारा 364 भा0द0वि0 पंजीकृत हुआ। पुलिस आयुक्त कमिश्ररेट वाराणसी द्वारा घटना का तत्काल संज्ञान लेते हुये सर्विलांस व क्राइम ब्रान्च व थाना भेलुपुर पुलिस टीम को घटना के अनावरण तथा अपहृत की बरामदगी हेतु निर्देशित किया गया।

पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी मुथा अशोक जैन के निर्देश पर अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय एवं अपराध) संतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस उपायुक्त काशी जोन राम सेवक गौतम, अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन राजेश कुमार पाण्डेय, पुलिस आयुक्त भेलपुर प्रवीण कुमार सिंह के कुशल पर्यवेक्षण में सर्विलांस/क्राइम ग्रन्च तथा थाना भेलूपुर की पुलिस टीम ने इलेक्ट्रानिक सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज के विश्लेषण एवं मुखबिर की सूचना के आधार पर घटना में सम्मिलित अभियुक्तगण अनिरुद्ध पान्डेय उर्फ अनुराग उर्फ अन्नू, अंजली पाण्डेय उर्फ दिव्या सिंह, प्रवीण चौहान उर्फ प्रेम को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की।

पूछताछ में उपरोक्त घटना के संबंध में पूछताछ के क्रम में तीनों अभियुक्तगणो ने जुर्म को स्वीकार करते हुए बताया कि प्रवीण चौहान उर्फ प्रेम पहले साइस सिटी से जुड़ा हुआ था परंतु कंपनी के ‘भाग जाने के बाद से वह चौक में साड़ी आदि का काम करने लगा। उसी दौरान मार्केट में अपहृत महबूब आलम के बारे में जानकारी हुई। अभियुक्त प्रवीण उर्फ प्रेम चौहान ने अपने साथी अनिरुद्ध पाण्डेय व उसकी पत्नी दिव्या सिंह उर्फ अंजली पांडे के साथ मिलकर महबूब आलम का अपहरण कर पैसा वसूलने की योजना बनायी। योजना के तहत दिव्या सिंह उर्फ अंजली पांडे ने महबूब आलम से मुलाकात कर लाइफ इंश्योरेंस में बीमा आदि कराने की बात कहकर परिचय किया और धीर-धीरे फोन कॉल व्हाट्सएप कॉल के जरिए संपर्क बढ़ाया। दिनांक 13 जनवरी क दाल मंडी से नया फोन खरीदा, 14 जनवरी को प्रवीण उर्फ प्रेम चौहान अपनी XUV500 यूपी 65 सीबी 7799 लेकर अनिरुद्ध पांडे और अंजलि को साथ लेकर बस अड्डा पहुंचा वहीं से एक फर्जी सिम खरीद कर दिव्या से फोन करा कर अपहृत महमुद आलम को महबूब आलम ने किसी काम के सिलसिले में बीएचयू में होना बताया तब इन लोगों ने उसे विश्वनाथ मंदिर बीएचयू परिसर में बुलाया और वहां पहुंच कर इंतजार करने लगे, थोड़ी देर में महबूब आलम के स्कूटी से वहां पहुंचने पर दिव्या ने उसे बुलाकर एक्सयूवी में बैठा लिया उसके पश्चात तीनो अभियुक्तगण गाड़ी लेकर आगे बढ़े एवं महबूब आलम के हाथ पैर बांधकर अपहरण कर बीएलडब्लू चौकाघाट होते हुए रिंग रोड से जौनपुर रोड पर पहुंचे तब तक अंधेरा हो चुका था। फूलपुर बाईपास पर सुनसान स्थान पर गाड़ी रोक कर अपहृत से 20,00,000 रुपयों की मांग की। उसके द्वारा इतने रुपए ना होने की बात कही तब इन लोगो के कहने पर घर से8,00,000 रुपये मंगाने के लिए बेटे को फोन करवाया, फोन पर महबूब आलम ने बेटे से मुश्किल में होने एवं ₹800000 की व्यवस्था करने की बात कही बेटे के द्वारा संदेह होने पर और जानकारी मांगी तो अभियुक्तगणों ने फोन स्वीच ऑफ करा दिया।

इसके पश्चात अपहृत से उसके एटीएम का पिन पूछ कर बाबतपुर के पास एटीएम से ₹90,000 निकाले इसके बाद जौनपुर हाईवे पर जलालपुर केराकत होते हुए चंदवक आकर गोमती नदी में मोबाइल फोन फेका गाजीपुर रोड से वापस लौटते हुए रिंग रोड हरहुआ मोहनसराय आखरी होते हुए चुनार के पास गंगा नदी पुल के पास पहुंचे और महबूब आलम की दुपट्टा और मोबाइल के डाटा केबल से गला कसकर हत्या कर दी एवं शव को चुनार गंगा पुल से नदी में फेंक कर रामनगर पहुंचे जहां पर पुनः एटीएम से पुन: ₹90,000 निकालें एवं पड़ाव होते हुए पांण्डेयपुर आये जहां पर प्रवीण ने अनिरुद्ध व उसकी पत्नी दिव्या को उनसे घर पर उतारकर अपने गांव मऊ की तरफ गया। मऊ जाते समय चिरईगांव में एटीएम से पुनः ₹10,000 निकाले व रास्ते में एटीएम तोड़ कर फेंक दिया।

अभियुक्तगणो से पूछताछ के आधार पर अपहृत महमुब आलम की हत्या कर चुनार पुल से गंगा नदी में फेके जाने का स्थान को चिन्हित कर गोताखोरो की मदद से शव की बरामदगी के प्रयास किये जा रहे है अभियुक्तगणो के विस्तृत पूछताछ कर रिमाण्ड हेतु माननीय न्यायालय हेतु प्रस्तुत किया जायेगा।

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