वाराणसी
शोध में नव आलोचना एवं आलोचना में है अंतर
वाराणसी। डीएवी पीजी कॉलेज के रिसर्च प्रमोशन सेल एवं कला संकाय के संयुक्त तत्वावधान में चल रहे 8 दिवसीय कला एवं मानविकी पर रिसर्च मेथाडोलॉजी विषयक राष्ट्रीय कार्यशाला के छठे दिन गुरुवार को राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर की अंग्रेजी विभाग की प्रोफेसर सुनीता अग्रवाल का व्याख्यान हुआ। उन्होंने अंग्रेजी साहित्य में शोध की परिकल्पना एवं साहित्य व आलोचना के सिद्धांतों की दृष्टि से साहित्यिक कृतियों का विश्लेषण करने की विधियों पर प्रमुखता से प्रकाश डाला। उन्होंने नव आलोचना, लैंगिक आलोचना एवं तुलनात्मक शोध प्रविधि के मूलभूत सिद्धांतों से प्रतिभागियों को परिचय कराया। इसके अलावा दलित साहित्य, हिंदी साहित्य के कुछ प्रमुख लेखकों एवं उनकी कृतियों तथा कविताओं से विश्लेषण कर उसे समझने की प्रक्रिया भी समझाया। उन्होंने साहित्य एवं आलोचना के सिद्धांतों के अनुरूप किस प्रकार से शोध किया जाए इसकी जानकारी से भी शोधार्थियों को अवगत कराया। कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉक्टर संगीता जैन, स्वागत डॉ.इंद्रजीत मिश्रा एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. वंदना बालचंदानी ने दिया इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रोफेसर मधु सिसोदिया, डॉक्टर मिश्रीलाल, डॉ राकेश कुमार राम, डॉक्टर राकेश कुमार द्विवेदी, डॉक्टर पूनम सिंह, डॉक्टर नजमुल हसन, डॉक्टर महिमा सिंह आदि मौजूद रहे।