वाराणसी
मणिकर्णिका घाट पर लकड़ी विक्रेताओं की नहीं चलेगी मनमानी, रेट बोर्ड लगाना अनिवार्य
वाराणसी। मणिकर्णिका घाट पर लकड़ी विक्रेताओं की मनमानी पर अब पूरी तरह अंकुश लगेगा। नगर निगम ने घाट पर गंदगी और अव्यवस्था को खत्म करने के लिए विशेष अभियान चलाया। सहायक नगर आयुक्त अनिल यादव की अगुवाई में घाट की सीढ़ियों पर बेतरतीब तरीके से जमा लकड़ी के ढेर हटवाए गए और आवागमन के रास्तों को साफ कराया गया।
महापौर अशोक कुमार तिवारी और नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल के निर्देश पर सख्त नियम लागू किए गए। इसके तहत अब कोई भी दुकानदार घाट परिसर में तीन दिन से अधिक लकड़ी का स्टॉक नहीं रख सकेगा। साथ ही प्रत्येक दुकान पर रेट बोर्ड लगाना अनिवार्य किया गया है। रेट बोर्ड पर दुकानदार का नाम, मोबाइल नंबर और लकड़ी की दरें स्पष्ट रूप से लिखनी होंगी। इसका उद्देश्य अंतिम संस्कार के लिए आने वाले परिजनों को किसी भी प्रकार की ठगी से बचाना है।
घाट को अतिक्रमण मुक्त कराने के क्रम में पुलिस की मदद से रामलीला कमेटी के पास जमा मलबा हटवाया गया। खाली कराई गई इस जगह का उपयोग दोपहिया वाहनों की पार्किंग के लिए किया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं और परिजनों को जाम की समस्या से राहत मिल सके।
इसके अलावा ‘स्वच्छ काशी–सुंदर काशी’ अभियान के तहत शहर के पारंपरिक कूड़ा घरों को चरणबद्ध तरीके से बंद करने की योजना है। इनके स्थान पर आधुनिक पोर्टेबल कम्पेक्टर ट्रांसफर सिस्टम (पीसीटीएस) लगाए जाएंगे। अवलेशपुर में 10 बिस्वा भूमि पर पीसीटीएस के लिए प्री-कास्ट बाउंड्रीवाल का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
इसी क्रम में हड़हासराय में छह बिस्वा जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराकर उसकी बाउंड्री कराई जा रही है। भविष्य में इस स्थान का उपयोग पार्किंग के रूप में किया जाएगा।
अभियान के दौरान नायब तहसीलदार शेषनाथ, कोतवाली जोनल अधिकारी मृत्युंजय नारायण, एसीपी अतुल अंजान त्रिपाठी सहित भारी पुलिस बल और नगर निगम के कर्मी मौजूद रहे।
