गोरखपुर
गोरखपुर में आयकर विभाग की बड़ी कार्रवाई, 500 करोड़ की कर चोरी के साक्ष्य मिले
गोरखपुर। आयकर विभाग की ओर से जिले में पिछले पांच दिनों से चल रहा सर्च ऑपरेशन शनिवार को पूरा हो गया। विभाग की टीमें छह स्थानों पर जांच कार्रवाई समाप्त कर वापस लौट गईं। इस दौरान छह बड़े व्यापारिक समूहों के आवास और प्रतिष्ठानों पर की गई छापेमारी में करीब 500 करोड़ रुपये की अघोषित आय और वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े ठोस साक्ष्य मिलने का दावा किया गया है।
जांच के दौरान टीमों ने पहले ही लगभग 72 लाख रुपये नकद, जेवरात और महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए थे। सूत्रों के अनुसार, यह सर्च ऑपरेशन औपचारिक रूप से रविवार तक पूरा माना जा सकता है।
रियल एस्टेट, खाद्य तेल और शराब कारोबार पर फोकस
इस कार्रवाई का मुख्य केंद्र रियल एस्टेट, खाद्य तेल और शराब कारोबार से जुड़े व्यावसायिक समूह रहे। जांच में इन तीनों क्षेत्रों में सबसे अधिक गड़बड़ियों के संकेत मिले हैं। रियल एस्टेट सेक्टर में अघोषित नकद लेनदेन और कम मूल्य पर रजिस्ट्री किए जाने से संबंधित साक्ष्य सामने आने की बात कही जा रही है। वहीं खाद्य तेल और शराब कारोबार में बिलों में हेरफेर कर करोड़ों रुपये के मुनाफे को छिपाए जाने की आशंका जताई गई है।
10 हजार से अधिक पन्नों के दस्तावेज जब्त
सर्च ऑपरेशन की व्यापकता को देखते हुए आयकर विभाग की टीमों ने पांच दिनों में 10 हजार से अधिक पन्नों के दस्तावेज जब्त किए हैं, जिनकी फोटोकॉपी भी कराई गई है। प्रतिष्ठानों से संदिग्ध बही-खाते, डायरियां और डिजिटल डेटा बरामद किया गया है। इन दस्तावेजों में अघोषित लेनदेन और निवेश से संबंधित अहम जानकारियां होने की संभावना जताई जा रही है। विभाग की कई टीमें इन साक्ष्यों की गहन जांच में जुटी हुई हैं।
जल्द भेजे जाएंगे नोटिस
सर्च ऑपरेशन समाप्त होने के बाद आयकर विभाग जब्त किए गए साक्ष्यों के आधार पर संबंधित कारोबारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने की तैयारी कर रहा है। नोटिस के जरिए अघोषित आय और संपत्ति के स्रोतों को लेकर जवाब मांगा जाएगा। संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलने की स्थिति में भारी जुर्माना और कानूनी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
इस कार्रवाई से अन्य बड़े कारोबारियों में भी हलचल देखी जा रही है, क्योंकि विभाग की नजर कुछ और संदिग्ध समूहों पर बनी हुई है। सभी जांच प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद आयकर विभाग की ओर से आधिकारिक रूप से विस्तृत जानकारी साझा किए जाने की संभावना है।
