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एसडीएम धनघटा को भाकियू ने सौंपा ज्ञापन, 26 दिसंबर को आंदोलन की चेतावनी
संतकबीरनगर। भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) संतकबीरनगर इकाई ने विभिन्न जनसमस्याओं को लेकर मंगलवार को उपजिलाधिकारी (एसडीएम) धनघटा को ज्ञापन सौंपा। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई तो 26 दिसंबर को तहसील धनघटा गेट के पास सड़क किनारे भव्य आंदोलन किया जाएगा।
ज्ञापन में भाकियू (चढ़ूनी) ने चार प्रमुख मांगें रखीं। पहली मांग के तहत तहसील धनघटा क्षेत्र के ग्राम छपरा मगर्वी, आगापुर उर्फ गुलरिहा एवं चपरा पूर्वी में सीमांकन कराए जाने की मांग की गई। संगठन का कहना है कि वर्षों से सीमांकन न होने के कारण किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
दूसरी मांग में घाघरा नदी से सटे आगापुर उर्फ गुलरिहा क्षेत्र में नदी की भूमि पर किए गए अवैध कब्जों का मुद्दा उठाया गया। संगठन ने आरोप लगाया कि कई लोगों ने नदी की जमीन पर कब्जा कर रखा है, जिसे तत्काल खाली कराया जाना चाहिए।
तीसरे बिंदु में आगापुर उर्फ गुलरिहा व छपरा मगर्वी के सीमांकन पत्थरों को छिपाने अथवा क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया गया। भाकियू के अनुसार पत्थर निवासीगण छपरा मगर्वी सहित अन्य लोगों द्वारा सीमांकन पत्थर खोदकर हटा दिए गए हैं। संगठन ने पत्थरों की खुदाई कर पुनः स्थापित करने तथा दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।
चौथी मांग में ग्राम भोतहा निवासी एक व्यक्ति पर तंत्र-मंत्र व जादू-टोना के नाम पर अवैध कारोबार कर किसानों से वसूली करने का आरोप लगाया गया। संगठन का कहना है कि इस संबंध में तहसील व पुलिस प्रशासन धनघटा को कई बार पत्र व शिकायतें दी गईं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, जिससे संरक्षण का आरोप भी लगाया गया।
भाकियू (चढ़ूनी) ने स्पष्ट किया कि यदि इन सभी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो संगठन 26 दिसंबर को तहसील धनघटा गेट के सामने सड़क के पास आंदोलन करने को बाध्य होगा।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष उमेश भट्ट, तहसील अध्यक्ष हफीजुल्लाह, महाबली, सोमई, गुडिया, श्रीकांत, ज्ञानमती, केसरी, नन्दू, रासुभग, लालता प्रसाद, श्रवण, नरसिंह, रामसूरत, सतिराम, रामसजन, दयाराम, चंद्रभान, रामदरश, रमेश सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।
