वाराणसी
एसआईआर की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग को लेकर विपक्षी दल एकजुट, डीएम से मिलने का निर्णय
वाराणसी। वाराणसी के प्रमुख राजनीतिक दलों ने एसआईआर की अंतिम तिथि 4 दिसंबर को बढ़ाने की जोरदार मांग उठाई है। इस संबंध में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, सीपीएम, सीपीआई और राजद की संयुक्त बैठक दिनांक 27 नवंबर 2025 को लहुराबीर स्थित कांग्रेस कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक में सभी दलों के प्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि एसआईआर प्रक्रिया को जल्दबाजी और आधी-अधूरी तैयारी के साथ कराया जा रहा है, जिससे बड़ी संख्या में पात्र मतदाताओं के नाम छूटने की आशंका है।
बैठक में बताया गया कि इस समय ग्रामीण क्षेत्रों में धान की कटाई और गेहूं की बुवाई का व्यस्ततम मौसम चल रहा है। इसके साथ ही एसआईआर को लेकर चुनाव कार्यालय से पूर्ण जानकारी का अभाव, बीएलओ की पर्याप्त ट्रेनिंग न होना और आम जनता में जागरूकता की कमी के कारण 4 दिसंबर तक इस प्रक्रिया को सही ढंग से पूरा करना संभव नहीं है। इसी कारण सभी दलों ने मांग की कि अंतिम तिथि को हर हाल में कम से कम छह माह के लिए बढ़ाया जाए। नेताओं ने यह भी कहा कि विधानसभा चुनाव वर्ष 2027 में होने हैं, ऐसे में इतनी जल्दबाजी का कोई औचित्य नहीं है।
बैठक में यह भी मांग उठाई गई कि वर्ष 2003 और 2025 की मतदाता सूची प्रत्येक बीएलओ को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराई जाए और वे घर-घर जाकर प्रत्येक मतदाता को संतुष्ट करते हुए फॉर्म भरवाएं। कई क्षेत्रों से यह शिकायत सामने आई है कि बीएलओ के पास वर्ष 2003 की मतदाता सूची उपलब्ध नहीं है, कुछ स्थानों पर दो की जगह केवल एक गणना पत्र दिया जा रहा है तथा कई ऐसे लोग जो वर्ष 2024 में मतदाता थे, उन्हें गणना फॉर्म नहीं मिला। इस स्थिति के लिए वैकल्पिक व्यवस्था किए जाने की भी मांग की गई।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 28 नवंबर 2025 को सभी दलों का प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मिलकर चुनाव आयोग के नाम ज्ञापन देगा और समस्याओं के समाधान के साथ अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग करेगा। बैठक में डॉ हीरालाल यादव, राघवेंद्र चौबे, आनंद मौर्य, नंदलाल पटेल, सुरेंद्र यादव, अजय मुखर्जी, फसाहत हुसैन, डॉ राजेश गुप्ता, सतनाम सिंह, जयशंकर पांडे, मोबीन अहमद, दुर्गा प्रसाद गुप्ता, अरुण सोनी, मयंक चौबे, किशन यादव, रवि सहित अनेक नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
