गोरखपुर
मच्छर-प्रकोप के ‘शाही मेहमान’: गोरखपुर-बड़हलगंज में स्वास्थ्य विभाग का ‘उत्सव’
गोरखपुर। जिले के बड़हलगंज के गोला, मदरिया, झुमिला, भीटी, साऊखोर और आस-पास के क्षेत्रों में इन दिनों मच्छरों का ‘शाही शासन’ चल रहा है। स्थानीय लोग, जो कभी ‘विकसित भारत’ के सपने देखते थे, अब बस एक अदद रात की नींद के लिए तरस रहे हैं। यहां के नागरिकों ने मच्छरों से होने वाली बीमारियों के भयंकर प्रकोप का दंश नहीं, बल्कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित ‘भव्य उत्सव’ झेल रहे हैं!
यह उत्सव ऐसा है कि यहां के ‘माननीय’ मच्छर महोदय बिना किसी रोक-टोक के हर घर में ‘अतिथि देवो भव:’ का पालन करवाते हैं। गजब की बात तो यह है कि इन मच्छरों को पालने-पोसने में स्वास्थ्य विभाग और सफाई व्यवस्था का ‘अमूल्य’ योगदान है।
जहां छिड़काव होना चाहिए, वहां शायद अधिकारीगण ‘मच्छर-पालन प्रतियोगिता’ की तैयारियों में व्यस्त हैं। नालियां और कूड़े के ढेर, इन ‘नन्हे योद्धाओं’ के लिए किसी पंच सितारा होटल से कम नहीं हैं। स्थानीय लोगों का गुस्सा स्वाभाविक है, क्योंकि उन्हें मुफ्त में मिल रहा है डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया का ‘प्रसाद’।
जनता आक्रोशित है, लेकिन शायद स्वास्थ्य विभाग को लगता है कि ‘नो छिड़काव, नो सफाई’ की नीति ही ‘बीमारी मुक्त’ क्षेत्र का सबसे तेज़ तरीका है। वाह रे व्यवस्था! क्या खूब ‘स्वास्थ्य-सेवा’ है!
