गोरखपुर
श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से होता है मानव जीवन का कल्याण – आचार्य विवेकानंद पांडेय महाराज
गोरखपुर। जनपद के सहजनवा ब्लॉक के ग्राम पचौरी में चल रही नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में भक्तिभाव का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। कथा के दौरान श्रद्धालुओं का उत्साह और आस्था का भाव देखते ही बनता है। व्यासपीठ से कथा का रसपान कराते हुए आचार्य श्री विवेकानंद पांडे जी महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण मात्र करने से मनुष्य के जीवन से अंधकार मिटता है और आत्मा का परमात्मा से मिलन होता है।
उन्होंने कहा कि भागवत कथा केवल धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि आत्मशुद्धि और जीवन के वास्तविक उद्देश्य की पहचान कराने वाला दिव्य माध्यम है। कथा सुनने से मन में करुणा, प्रेम और सेवा की भावना जागृत होती है। भगवान की लीलाओं और भक्तों के चरित्र से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि कठिनाइयों में भी भक्ति का मार्ग नहीं छोड़ना चाहिए।
महाराज श्री ने बताया कि जब मनुष्य के हृदय में प्रभु के प्रति प्रेम जागता है, तभी उसका जीवन सफल होता है। श्रीमद्भागवत कथा हमें यही संदेश देती है कि हर स्थिति में ईश्वर का स्मरण करते हुए धर्म, सत्य और करुणा के मार्ग पर चलना ही सच्ची साधना है।
कथा स्थल पर प्रतिदिन सुबह से ही भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। स्त्रियां, बच्चे और वृद्ध सभी कथा श्रवण में डूबे हुए हैं। भजन कीर्तन की मधुर ध्वनियों से पूरा वातावरण भक्तिमय बना हुआ है। गांव के लोगों ने श्रद्धा और सहयोग से पूरे आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया है।
इस पावन अवसर पर मुख्य यजमान श्रीमती ज्ञानमती देवी, श्री राजेंद्र प्रसाद यादव, रणविजय यादव, राणा प्रताप यादव, आनंद यादव सहित ग्राम के अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे। कथा स्थल पर भक्तों के लिए प्रसाद और जलपान की भी विशेष व्यवस्था की गई है।
श्रीमद्भागवत कथा के माध्यम से पचौरी गांव में भक्ति, शांति और आध्यात्मिक चेतना का एक नया प्रकाश प्रस्फुटित हो रहा है।
